IMPHAL. मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के थोरबुंग इलाकों में भारी गोलीबारी हो रही है। जिसमें मणिपुर का थोरबुंग इलाका अभी तक सबसे संवेदनशील बना हुआ है। इस फायरिंग में कितने लोग घायल हुए अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। मणिपुर में यह हिंसा 3 मई को कुकी समुदाय की ओर से निकाले गए 'आदिवासी एकता मार्च' के दौरान हुई थी। इस बीच कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई। तब से लेकर अभी तक मणिपुर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
मणिपुर पर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने बैठक बुलाई
मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी गठबंधन INDIA ने आज बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में विपक्षी दलों के सांसद काले कपड़ों में पहुंचे है। विपक्ष ने मणिपुर पर चर्चा की अनुमति नहीं मिलने और अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं होने के विरोध में काले कपड़े पहने है। दरअसल मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी दल पीएम मोदी से जवाब देने की मांग पर अड़े हुए हैं। विपक्ष ने 26 जुलाई को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। जिस पर अभी तक कोई चर्चा नही हो पाई है। वहीं राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने विरोध करनेपर AAP सांसद संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
क्या है मामला?
मणिपुर में 19 जुलाई को एक वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा हो गया। मामले की जांच की गई तो पता चला कि घटना 4 मई की है, जहां दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया गया। पुलिस में इस मामले की शिकायत 18 मई को किया गया लेकिन, पुलिस ने केस 21 जून को दर्ज किया । महिलाओं का दावा है कि इस हिंसा में अब तक 27 महिलाओं को शिकार बनाया है। 7 महिलाओं के साथ रेप किया गया, 8 की हत्या कर दी गई, दो को जिंदा जलाकर मार दिया, 5 की गोली मारी गई और 3 को भीड़ ने मार डाला। हालांकि, इस दावे को सीएम एन. बीरेन सिंह ने खारिज कर दिया है।