मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मंगलवार 31 दिसंबर को राज्य में जारी संकट पर दुख जताया। सीएम बीरेन ने मई 2023 से चल रही अशांति के लिए मणिपुर के लोगों से माफी मांगी। पिछले साल की घटनाओं को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। मैं दुखी हूं और पिछले 3 मई से लेकर आज तक जो कुछ भी हुआ उसके लिए मैं राज्य के लोगों से माफी मांगना चाहता हूं।
मैं वास्तव में दुखी हूं: सीएम सिंह
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने का कि कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है। कई लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। मैं वास्तव में दुखी हूं। सिंह ने उम्मीद जताई कि पिछले 3-4 महीनों में शांति की स्थिति को देखते हुए 2025 में राज्य में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी। उन्होंने राज्य के विभिन्न समुदायों से पिछली गलतियों को भूलकर नई जिंदगी शुरू करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मणिपुर के सीएम ने कहा कि अब मुझे उम्मीद है कि पिछले 3-4 महीनों में शांति की दिशा में हुई प्रगति को देखते हुए नए साल 2025 के साथ राज्य में सामान्य स्थिति और शांति बहाल हो जाएगी। मैं राज्य के सभी समुदायों से अपील करना चाहता हूं कि जो हुआ, सो हुआ। अब हमें पिछली गलतियों को भूलकर नई जिंदगी शुरू करनी होगी।
मई 2023 में घाटी के मैतेई समुदाय और पहाड़ियों की कुकी जनजातियों के बीच जातीय तनाव के कारण हिंसा भड़क उठी, जिससे बड़े पैमाने पर अशांति, विस्थापन और जान-माल की हानि हुई। 2024 के दौरान गहराए इस संघर्ष में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए। नागरिक इलाकों को निशाना बनाकर गोलीबारी, आगजनी और यहां तक कि ड्रोन हमलों की भी खबरें आईं।
मणिपुर सीएम ने किया खुलासा
मणिपुर के सीएम ने खुलासा किया कि पिछले कई महीनों में गोलीबारी की घटनाओं में काफी कमी आई है। मई से अक्टूबर 2023 के बीच 408 घटनाओं की तुलना में पिछले कुछ महीनों में यह संख्या घटकर 112 हो गई है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो कुछ हुआ उसके लिए मैं माफी मांगना चाहता हूं। कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया, कई लोगों ने अपना घर छोड़ दिया।
ये खबर भी पढ़ें...
मणिपुर हिंसा: भीड़ ने जलाए 4 विधायकों के घर, CM के पैतृक घर तक पहुंचे
मणिपुर के जिरीबाम में CRPF ने 11 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया
आम चुनावों के दौरान बढ़ी हिंसा
जनवरी 2023 में ग्रामीणों पर हमलों के साथ हिंसा शुरू हुई और अप्रैल में आम चुनावों के दौरान यह बढ़ गई, जिसमें धमकी और व्यापक हिंसा देखी गई। जून में असम की सीमा से लगे जिरीबाम जिले में हत्याओं की एक श्रृंखला के साथ संकट चरम पर पहुंच गया, जिससे जातीय हिंसा और भड़क गई। जैसे-जैसे तनाव बढ़ता गया, नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाकर बम विस्फोट और रॉकेट हमलों की एक श्रृंखला हुई, जिससे समुदाय भयभीत और विभाजित हो गए।
मुख्यमंत्री ने क्यों मांगी माफी
मुख्यमंत्री की माफी ऐसे समय में आई है जब सरकार नए साल में शांति की उम्मीद कर रही है। सिंह ने सभी समुदायों से अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि एकता के जरिए ही मणिपुर के घाव भर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक शांतिपूर्ण मणिपुर, एक समृद्ध मणिपुर के लिए हम सभी को एक साथ रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने पिछले साल की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि वे बहुत दुखी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए साल में शांति और समृद्धि वापस आएगी। मुख्यमंत्री का मानना है कि शांति और एकता मणिपुर की प्रगति की कुंजी हैं।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक