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रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से मन की बात की। कार्यक्रम की शुरुआत में देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी। मन की बात के 117वें एपिसोड में पीएम मोदी ने 13 तारीख से प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की चर्चा की। पीएम मोदी ने महाकुंभ को एकता का महाकुंभ बताया। इसके बाद पीएम ने संविधान की चर्चा करते हुए कहा कि संविधान हमारा मार्गदर्शक है और साल 2025 में संविधान को 75 साल पूरे हो जाएंगे। इसके अलावा पीएम मोदी मन की बात में कारी कश्यप का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कहा कि कारी कश्यप की कहानी मुझे बहुत प्रेरित करती है। एक छोटे से गांव से आने वाली कारी जी ने तीरंदाजी में रजत पदक जीता है। वे कहती हैं कि बस्तर ओलंपिक ने हमें सिर्फ खेल का मैदान ही नहीं, जीवन में आगे बढ़ने का अवसर दिया है।
संविधान के लिए बनाई गई वेबसाइट
मन की बात में पीएम ने कहा कि संविधान को विरासत रूप में जोड़ने के लिए http://constitution75.com नाम की वेबसाइट को बनाया गया है। इस वेबसाइट पर आप अलग-अलग भाषाओं में संविधान को पढ़ सकते हैं, साथ ही मन में उठ रहे सवालों के जवाब ले सकते हैं। इसके आगे पीएम ने 13 जनवरी से शुरु होने वाले महाकुंभ की विशेषता और विविधता के बारे में बात की। क्योंकि महाकुंभ में देश के अलग-अलग प्रांतों से लोग आते हैं। यहां पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होता है। सभी लोगों को समान रूप में देखा जाता है।
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आयुष्मान योजना ने निभाई अहम भूमिका
पीएम ने आगे कहा कि Medical Journal Lancet की स्टडी ने उम्मीद दी है कि देश में कैंसर पीड़ित मरीजों को समय पर इलाज मिल सके। इसका अर्थ है कि कैंसर पीड़ितों का 30 दिनों के अंदर इजाल शुरू हो जाता है। इसके लिए आयुष्मान भारत योजना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पीएम ने कहा कि इस स्कीम के कारण कैंसर के 90 फीसदी मरीजों को समय पर इलाज मिल पाया है। इससे पहले पैसों के अभाव के कारण कैंसर पीड़ित अपना इलाज नहीं करा पाते थे। लेकिन आयुष्मान भारत योजना लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हुई है।
मलेरिया चुनौती भरा रहा है...
पीएम ने मन की बात में कहा कि चार हजार साल से मलेरिया की बीमारी हमारे समाज के लिए काफी बड़ी चुनौती रहा है। आजादी के दौरान भी ये बीमारी हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय थी। लेकिन आज मै संतोषपूर्ण यह कह सकता हूं कि देशवाशियों के द्वारा मिलकर इन चुनौतियों का सामना किया गया है।