पौराणिक मान्यता के अनुसार चार महीने की योग निद्रा के बाद भगवान विष्णु देव उठनी एकादशी के दिन जागते हैं, इसी वजह से इसे देव प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन से ही मांगलिक कार्य भी शुरू होते हैं। आपको बता दें कि इस साल 12 नवंबर को देव उठनी एकादशी हैं। इसी के साथ 12 नवंबर यानी कल से ही शादियों के शुभ मुहूर्त भी शुरू हो जाएगे लेकिन इस बार देव उठनी एकादशी के दिन कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित ने बताया
देव उठनी एकादशी अक्षय तृतीया और बसंत पंचमी के दिन को लोग अबूझ मुहूर्त मानकर चलते हैं। इन तीनों दिन बिना मुहूर्त के ही हजारों शादियां होती हैं। इस बार 12 नवंबर को देव उठनी एकादशी और 2 फरवरी बसंत पंचमी को शादी का कोई मुहूर्त नहीं बन रहा है। इस बार शादियां सिर्फ 40 मुहूर्त में ही हो सकेंगी।
16 नवंबर से शुरू होंगी शादियां
इस बार शादियां 16 नवंबर 2024 से शुरू होकर 8 जून 2025 तक शुभ मुहूर्त में हो सकेंगी। इसके बाद 12 जून से 8 जुलाई तक गुरु का तारा अस्त होने के चलते शादी के कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं हैं। इसके बाद अगले चार माह चातुर्मास में देवशयनी एकादशी लगने के चलते 6 जुलाई 2025 को शादियां बंद हो जाएंगी। इसके बाद 2 नवंबर 2025 से शुरू होंगी।
जुलाई में सिर्फ आठ दिन बजेगी शहनाई, फिर सीधे नवंबर में शादी के मुहूर्त।
शादी की शुभ तारीखें
- 16, 22 नवंबर 2024
- 3, 4,14 दिसंबर 2024
- 16,17, 21, 22 जनवरी 2025
- 7, 13, 18, 20, 21, 23, 25 फरवरी 2025
- 5, 6 मार्च 2025
- 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30 अप्रैल
- 5, 6, 7, 8, 13, 14, 17, 28 मई 2025
- 1, 2, 4, 7, 8 जून 2025
यज्ञोपवीत मुहूर्त
- 15, 16 जनवरी 2025
- 7, 14 फरवरी 2025
- 2, 7, 9, 14, 18, 30 अप्रैल 2025
- 1, 7, 8, 28, 29 मई 2025
मुंडन संस्कार
- 15, 20, 25, 31 जनवरी 2025
- 4, 10, 19, 22 फरवरी 2025
- 14, 24 अप्रैल 2025
- 1, 3, 4, 15, 24, 25, 28, 31 मई 2025
- 7, 8 जून 2025 को भी शुभ मुहूर्त है।
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