/sootr/media/post_banners/19c740d10fbfb1d78acb904895b575baa05d43310f020cc895b42fa768110899.jpeg)
इंटरनेशनल डेस्क. खुशी बड़ी चीज है। चार्ली चैप्लिन ने कहा था कि हंसी के बिना गुजारा दिन एक बर्बाद दिन है। क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे खुश इंसान कौन है। इंटरनेट पर जब आप सर्च करेंगे तो मैथ्यू रिचर्ड का नाम आएगा। मैथ्यू रिचर्ड दुनिया के सबसे खुश इंसान हैं।
मैथ्यू रिचर्ड के दिमाग पर 12 सालों तक हुई रिसर्च
मैथ्यू रिचर्ड के दिमाग पर विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने 12 सालों तक रिसर्च की। उनके सिर पर 256 सेंसर लगाए गए। ये सेंसर दिमाग के अंदर हो रही पूरी हलचल को मॉनिटर करते थे। रिसर्च में ये भी पता चला कि मैथ्यू रिचर्ड जब ध्यान करते थे तो उनका दिमाग गामा विकिरणें पैदा करता था। ये किरणें ध्यान और याददाश्त बढ़ाती हैं।
रिचर्ड का लेफ्ट ब्रेन ज्यादा एक्टिव
सेंसर से ये भी पता चला कि मैथ्यू रिचर्ड के ब्रेन का लेफ्ट पार्ट, राइट वाले से ज्यादा एक्टिव था। दिमाग का यही हिस्सा क्रिएटिविटी से जुड़ा होता है और साथ ही खुशी से भी जुड़ा होता है। रिसर्च करने वाले साइंटिस्ट ने मान लिया कि मैथ्यू रिचर्ड के अंदर इतनी ज्यादा खुशी है कि उदासी के लिए कोई जगह ही नहीं है।
फ्रांस में हुआ था रिचर्ड का जन्म
मैथ्यू रिचर्ड का जन्म 1946 में फ्रांस के सुदूर गांव में हुआ था। इनके माता-पिता फिलॉसफी के टीचर थे। मैथ्यू बाकी फ्रेंच बच्चों की तरह ही सामान्य स्कूल-कॉलेज गया और मॉलिक्यूलर जेनेटिक्स में पीएचडी की। इसके बाद भी मैथ्यू रिचर्ड नाखुश थे।
खुशी की तलाश में तिब्बत पहुंचे थे रिचर्ड
खुशी की तलाश में मैथ्यू रिचर्ड ने फ्रांस छोड़ दिया और तिब्बत पहुंच गए। वहां वे दलाई लामा के फ्रेंच दुभाषिए का काम करने लगे। मैथ्यू मेडिटेशन भी करते थे। बौद्ध धर्म से जुड़ी बाकी चीजें भी सीखते थे। धीरे-धीरे मैथ्यू की खुशी बढ़ती गई। उनके आसपास रहने वाले लोग भी खुश रहने लगे। मैथ्यू खुद भी मानने लगे कि कोई बदलाव उन्हें उदास नहीं कर सकता। उन्हें खुश रहने का तरीका आ गया है।
ये खबर भी पढ़िए..
अगर आप भी दिन में ज्यादा सोते हैं तो हो जाइए सावधान, शरीर को हो सकते हैं कई नुकसान
रिचर्ड की किताब में खुश रहने का आसान तरीका
मैथ्यू रिचर्ड की किताब हैप्पीनेस-ए गाइड टू डेवलपिंग लाइफ्स मोस्ट इंपॉर्टेंट स्किल में बताया गया है कि लोग दिन में सिर्फ 15 मिनट निकालकर खुश रह सकते हैं। इसके लिए ट्रेनिंग की जरूरत होती है।
- रोज सुबह सबसे पहले कोई खुशी की बात सोचें।