NEW DELHI. आपको वर्ष 2020-21 में कोरोना का पीक टाइम तो याद होगा ही। अस्पतालों और श्मशान घाटों की कतारें, लॉकडाउन के कारण पसरा सन्नाटा आदि। चीन सहित दुनिया के कई देशों में फिर कोरोना की नई लहर आना शुरू हो गई है। भारत में अभी स्थिति स्थिर है और कोरोना के आने का खतरा भी न के बराबर है। लेकिन सतर्कता बरतते हुए भारत ने एक बार फिर कोरोना से जंग के लिए कमर कस ली है। इसी के मद्देनजर मंगलवार यानी 27 दिसंबर को देशभर के कोविड हेल्थ सेंटर्स पर मॉक ड्रिल होगी। इस दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई और वेंटिलेटर को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया जाएगा।
मॉक ड्रिल में राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री भी लेंगे भाग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने बताया कि वे सफदरजंग अस्पताल में होने वाली मॉक ड्रिल का जायजा लेने जाएंगे। इस मॉक ड्रिल में सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री भी भाग लेंगे। बता दें कि वर्ष 2020-21 में इन चीजों की भारी कमी हुई थी। ऐसे में केंद्र सरकार इन व्यवस्थाओं को पुख्ता रखना चाहती है।
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भारत में 15 विदेशी कोरोना संक्रमित मिले
भारत में आए 15 विदेशी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। बिहार के गया एयरपोर्ट पर थाईलैंड के 9, म्यांमार के एक और इंग्लैंड के एक यात्री की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पर म्यांमार से आए 4 विदेशियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं। कोलकाता एयरपोर्ट पर भी 2 कोविड पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। ये दोनों भारतीय हैं। इनमें से एक 24 दिसंबर को दुबई से आया था, जबकि दूसरा मलेशिया के कुआलालंपुर से आया था।
आगरा और कानपुर में भी मिल चुके हैं संक्रमित
कुछ दिनों पहले UP के आगरा में चीन से लौटा एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिला था। उसके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया। उसके संपर्क में आने वाले लोगों को भी ट्रेस किया जा रहा है। युवक पेशे से कारोबारी है और वह 23 दिसंबर को चीन से लौटा था। उधर, कानपुर में भी एक युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। एक दिन पहले मेरठ में पांच साल के बच्चे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। तीन दिन पहले गुजरात के भावनगर में एक कारोबारी भी संक्रमित मिला था।
कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की तरह हो सकता है: डॉ. कैंपबेल रे
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के इन्फेक्शन डिजीज एक्सपर्ट डॉ. स्टुअर्ट कैंपबेल रे ने कहा कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की तरह हो सकता है, स्ट्रेन का कॉम्बिनेशन हो सकता है या पूरी तरह अलग भी हो सकता है। चीन की आबादी बहुत बड़ी है और बहुत कम लोगों में कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी बनी है। इस माहौल में नए वैरिएंट के पैदा होने का डर और ज्यादा है। हाल ही में कुछ एक्सपर्ट्स ने दावा किया था कि हर नया वैरिएंट कोरोना के म्यूटेशन में हेल्प कर सकता है, जिससे वे और अधिक खतरनाक हो सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर वायरस का म्यूटेशन हुआ तो और भी तबाही मच सकती है।