रविकांत दीक्षित, BHOPAL. मोहन-योगी की जुगलबंदी : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में गजब की जुगलबंदी सामने आई है। एमपी सरकार की एक चिट्ठी पर यूपी सरकार का दिल पसीज गया है। यह मामला टीकमगढ़ के जलसंकट से जुड़ा है। दोनों राज्यों में सहमति बनने के बाद अब टीकमगढ़ में जल्द ही पेयजल की समस्या खत्म होने की आस है। यहां ललितपुर के जमरार बांध से पानी की सप्लाई की जाएगी।
टीकमगढ़ में गर्मियों में स्थिति विकट
यूं तो टीकमगढ़ में जामनी नदी से पानी की सप्लाई की जाती है, लेकिन गर्मियों में स्थिति विकट हो जाती है। इसकी वजह यह है कि जामनी नदी के अप स्ट्रीम में उत्तरप्रदेश में जामनी बांध है। भौराट बांध का काम चल रहा है। माना जाता है कि वहां से पानी रुकता है तो यहां टीकमगढ़ में पेयजल की स्थिति बिगड़ जाती है। इस बार भी जब स्थिति बिगड़ी तो दोनों राज्यों ने मिलकर इसका हल निकाला है।
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टीकमगढ़ के लोगों को मिलेगी राहत
जलसंकट को लेकर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी थी। मोहन की चिट्ठी पर अब योगी सरकार ने ललितपुर के जमरार बांध से पानी देने की सहमति दे दी है। आने वाले दिनों में टीकमगढ़ में जमरार बांध से पेयजल सप्लाई की जाएगी। इस कवायद से टीकमगढ़ के लोगों का बड़ी राहत मिलेगी।
योगी ने मोहन के लिए क्या लिखा...
सीएम मोहन यादव की चिट्ठी के जवाब में योगी आदित्यनाथ ने लिखा, व्यापक जनहित को देखते हुए टीकमगढ़ के निवासियों के लिए इस माह जमरार बांध से 0.72 एमसीएम पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि जामनी बांध वर्ष 1973 में बना था और भौरट बांध अभी बन रहा है।इन बांधों के कारण जामनी नदी के जरिए जाने वाला पानी नहीं रुका है।
बरीघाट स्टॉपडेम में क्षमता कम
यूपी सरकार की ओर से आई चिट्ठी में बताया गया है कि टीकमगढ़ के बरीघाट स्टॉपडेम की जल भंडारण क्षमता पेयजल आपूर्ति के मान से कम है, इसलिए उत्तरप्रदेश सरकार ने जमरार बांध से टीकमगढ़ को पानी देने का फैसला किया है। इस तरह अब यूपी का जमरार बांध टीकमगढ़ की प्यास बुझाएगा।