विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। मंकीपॉक्स को Mpox भी कहा जाता है। यह दो सालों में दूसरी बार है, जब इस बीमारी को स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में घोषित किया गया है। वर्तमान में, मंकीपॉक्स का प्रकोप कांगो में फैला हुआ है और इसके प्रभाव पड़ोसी देशों तक भी पहुंच चुके हैं।
मंकीपॉक्स, चेचक जैसी एक वायरल बीमारी है, दुर्लभ मामलों में यह घातक हो सकती है। इस बीमारी के लक्षण फ्लू जैसे होते हैं और शरीर पर मवाद भरे घाव हो जाते हैं। मंकीपॉक्स वायरस ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस फैमिली का हिस्सा है, जो चेचक (स्मालपॉक्स) के लिए भी जिम्मेदार है।
WHO ने जारी किया अलर्ट
WHO की चिंता का कारण यह है कि मंकीपॉक्स के विभिन्न प्रकोपों में मृत्यु दर में बड़े फर्क देखे गए हैं, कभी-कभी यह 10% से भी अधिक हो सकती है। इसका संक्रामक स्वरूप इसे और अधिक खतरनाक बनाता है, इसलिए WHO ने इस बीमारी को लेकर सबसे उच्च स्तर का अलर्ट जारी किया है और वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय को इसके प्रसार को रोकने के लिए गंभीरता से कार्रवाई करने की सलाह दी है।
मंकीपॉक्स वायरस क्या है ?
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो पहली बार 1958 में बंदरों में देखी गई थी, और इसका नाम "मंकीपॉक्स" पड़ा। यह बीमारी 1970 में मानवों में पहली बार रिपोर्ट की गई थी। मंकीपॉक्स वायरस, ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस का हिस्सा है, जो वैरिएला वायरस (चेचक) से संबंधित है।
मंकीपॉक्स के लक्षण
- बुखार: उच्च बुखार के साथ शुरुआत होती है।
- सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द: सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, और पीठ दर्द।
- थकावट और कमजोरी: तीव्र थकावट और कमजोरी महसूस होती है।
- त्वचा पर चकते: एक विशिष्ट और गंभीर लक्षण के रूप में त्वचा पर चकते और फफोले होते हैं, जो अक्सर चेहरे, हाथों और पैरों पर दिखाई देते हैं।
- छाले: ये छाले आमतौर पर चेहरे, हाथों, पैरों और जननांगों पर दिखाई देते हैं। ये छाले पहले छोटे, लाल धब्बे होते हैं जो फिर फफोले में बदल जाते हैं और अंत में पपड़ी बन जाते हैं।
- सूजे हुए लिम्फ नोड्स
- थकान
संक्रमण का तरीका
- सीधे संपर्क से: संक्रमित व्यक्ति की त्वचा के चकते या फफोले के सीधे संपर्क से।
- वायु संचरण: संक्रमित व्यक्ति की छींक या खांसी से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से।
- जानवरों के संपर्क से: संक्रमित जानवर (जैसे, बंदर या गिलहरी) के संपर्क में आने से।
इलाज और रोकथाम
- टीकाकरण: वैरिएला (चेचक) के खिलाफ टीका मंकीपॉक्स के खिलाफ भी कुछ हद तक प्रभावी हो सकता है।
- स्वच्छता और बचाव: संक्रमित व्यक्तियों से संपर्क से बचना, हाथों की स्वच्छता बनाए रखना।
- स्वास्थ्य देखभाल: अगर लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेना।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स संक्रमित जानवरों के साथ सीधे संपर्क, संक्रमित व्यक्ति के साथ त्वचा के संपर्क, संक्रमित व्यक्ति के श्वास के संपर्क या संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल किए गए कपड़ों या बिस्तर आदि के संपर्क में आने से फैल सकता है।
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