New Delhi. करीब 2 साल पहले नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन से देशभर में सुर्खियों में आए शाहीनबाग में फिर हंगामा बरपा है। वजह MCD का बुलडोजर है। यहां अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जाना है। MCD के बुलडोजर जैसे ही शाहीन बाग पहुंचे, हंगामा शुरू हो गया। कार्रवाई के विरोध में लोग बुलडोजरों के सामने लेट गए। कुछ जगहों पर लोग सड़कों पर ही धरने पर बैठ गए।
Delhi | Locals continue to protest at Shaheen Bagh amid the anti-encroachment drive here. pic.twitter.com/JoXKV9d527
— ANI (@ANI) May 9, 2022
इससे पहले, पुलिस फोर्स ना मिलने की वजह से 9 मई को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू होने को लेकर संदेह बना हुआ था, लेकिन करीब 10.30 बजे दिल्ली पुलिस ने फोर्स मुहैया कराने पर रजामंदी दे दी और करीब 11 बजे MCD के बुलडोजर शाहीन बाग की मुख्य सड़क पर पहुंच गए। दिल्ली पुलिस से फोर्स मिलने के बाद दक्षिण दिल्ली MCD ने अगले 5 दिनों तक अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाने की तैयारी पूरी कर ली है। इसके मुताबिक, आज यानी 9 मई को दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दाऊद के गुर्गों और 20 ठिकानों पर NIA की दबिश, बड़े नेता पर हमले का शक
भगोड़े अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के करीबियों पर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने छापेमार कार्रवाई की। इसके दायरे में दाऊद का गुर्गा छोटा शकील, जावेद चिकना, टाइगर मेनन, इकबाल मिर्ची, दाऊद की बहन हसीना पारकर से जुड़े लोग और उसके रिश्तेदार शामिल हैं। दाऊद गैंग के नजदीकी सलीम फ्रूट को पकड़ लिया है। NIA को किसी बड़े नेता पर हमले का शक है।
ये कार्रवाई सीक्रेट रखी गई थी, इसलिए शुरुआत में छापे से जुड़े फोटो-वीडियो नहीं मिल पाए। NIA ने बोरिवली, सांताक्रूज, बांद्रा, नागपाड़ा, भिंडी बाजार, गोरेगांव, परेल, मुंब्रा और कोल्हापुर के 20 ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान मुंबई में कुछ तस्करों, हवाला ऑपरेटर्स, रियल एस्टेट कारोबारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। अवैध वसूली से बड़ी रकम उगाहने और उसका इस्तेमाल देश विरोधी कामों में करने के मामले में ये एक्शन लिया गया।
फरवरी में D-कंपनी के खिलाफ केस दर्ज
फरवरी में गृह मंत्रालय के आदेश पर NIA ने दाऊद इब्राहिम, डी कंपनी के खिलाफ अवैध वसूली का केस दर्ज किया था। इसी मामले में ही यह छापेमारी चल रही है। आरोप है कि ये लोग एक्सटॉर्शन मनी का इस्तेमाल देश विरोधी कामों में करते हैं। NIA ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम, यानी UAPA के तहत केस दर्ज किया है। इन सबका कनेक्शन 1993 मुंबई ब्लास्ट के आरोपी और भगोड़े आतंकी दाऊद इब्राहिम से बताया जा रहा है।
दाऊद पर 25 मिलियन का इनाम
1993 ब्लास्ट के सबसे बड़े आरोपी दाऊद के खिलाफ 25 मिलियन डॉलर (करीब 193 करोड़ रुपए) का इनाम है। उसकी 'डी कंपनी' को संयुक्त राष्ट्र (UN) ने बैन आतंकी संगठन घोषित किया है। दाऊद को 2003 में UN ने ग्लोबल टेररिस्ट माना था। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दाऊद साथियों के साथ पाकिस्तान में छिपा हुआ है। इसके पक्के सबूत मिले हैं। दाऊद 1993 में हुए बम धमाकों के बाद मुंबई छोड़कर भागा था। दिल्ली पुलिस ने उसका पिछला कॉल नवंबर 2016 में रिकॉर्ड किया था।
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