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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) अभी तक एंट्रेंस टेस्ट के साथ ही विभिन्न विभागों में कई पदों के लिए भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित करवाता था। लेकिन एनटीए अब भर्ती परीक्षाओं का आयोजन नहीं करा पाएगा। एनटीए से भर्ती एग्जाम करने की जिम्मेदारी छीन ली गई है। अब राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी का मुख्य ध्यान केवल उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट पर होगा, और वह केवल एडमिशन एग्जाम आयोजित करेगा।
NTA को अब सिर्फ एंट्रेंस टेस्ट की जिम्मेदारी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी अब केवल उच्च शिक्षा संस्थानों, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट की जिम्मेदारी ही निभाएगा। इससे पहले, एनटीए न केवल एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करता था, बल्कि विभिन्न सरकारी विभागों में पदों की भर्ती के लिए भी परीक्षा कराता था। लेकिन अब एनटीए का ध्यान केवल शिक्षा क्षेत्र पर केंद्रित होगा, और वह भर्ती प्रक्रियाओं से बाहर हो जाएगा।
क्यों लिया गया NTA में बदलाव का फैसला
यह बदलाव, एनटीए के कार्यक्षेत्र को सीमित कर, उसे उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित करने पर ध्यान केंद्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET के कथित लीक मामलों, साथ ही अन्य गड़बड़ियों के कारण कई परीक्षाओं को रद्द करने की घटनाओं के बाद उठाया गया है। 2024 की शुरुआत में, एक उच्च स्तरीय पैनल का गठन किया गया था, जिसने परीक्षा प्रणाली में सुधार की सिफारिश की थी। इस पैनल की सिफारिशों के आधार पर, एनटीए और परीक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं, ताकि भविष्य में परीक्षाओं की पारदर्शिता और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
एंट्रेंस एग्जाम पैटर्न पर जल्द होगा फैसला
इसके साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी बताया कि मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट NEET-2025 के पैटर्न पर जल्द फैसला लिया जाएगा। इस पर शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच विचार-विमर्श जारी है। वर्तमान में NEET परीक्षा पेन और पेपर मोड में होती है, लेकिन भविष्य में इसे कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) बनाने पर विचार हो रहा है।
2025 में होगा एनटीए का पुनर्गठन
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि "एजेंसी का पुनर्गठन 2025 में किया जाएगा, जिसमें कम से कम दस नए पदों को तैयार किया जाएगा और एनटीए के कार्यप्रणाली में कई सुधार किए जाएंगे ताकि शून्य-त्रुटि परीक्षण सुनिश्चित किया जा सके। एनटीए के लिए नई भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी, और इसके तहत नए अधिकारियों के पदों की नियुक्ति की जाएगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि एंट्रेंस टेस्ट के लिए जो भी परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे, उन्हें फाइनल करने से पहले जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस और जिला मजिस्ट्रेट से राय ली जाएगी, ताकि परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा और संचालन सुनिश्चित किया जा सके।
एंट्रेंस टेस्ट की निगरानी के लिए बनेगी कमेटी
2025 तक एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में लगभग 60 लाख छात्र शामिल होंगे, जिनमें जेईई, नीट, यूजीसी नेट और सीएसआईआर यूजीसी नेट जैसी प्रमुख परीक्षाएं शामिल हैं। इन सब परिक्षाओं की जिम्मेदारी एनटीए के पास होगी। इसके अलावा, एनटीए के द्वारा आयोजित एंट्रेंस टेस्ट की बेहतर निगरानी के लिए एक तीन सदस्यीय उच्च-स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी बनाई जाएगी, जिसकी अध्यक्षता प्रो. राधाकृष्णन करेंगे, जिन्होंने एनटीए में बदलाव की योजना तैयार की थी।
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