नीट पेपर जबसे हुआ है तबसे चर्चा का विषय बना हुआ है। नीट (NEET) परीक्षा मामले में बिहार से अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। पेपर लीक के मामले में सरकारी सहयोग का सबूत सामने आया है। यह बताता है कि पटना के सरकारी गेस्ट हाउस में पेपर लीक की पटकथा लिखी गई थी। पटना के NHAI गेस्ट हाउस में छात्रों को रुकवाने और आंसर रटवाने वाले सॉल्वर गैंग की पहुंच एक मंत्री तक है। मंत्री की पैरवी से सॉल्वर गैंग के जरिए छात्रों को गेस्ट हाउस में ठहराया गया था।
क्या है पूरा मामला
मंत्री की पैरवी से सॉल्वर गैंग के जरिए छात्रों को गेस्ट हाउस में ठहराया गया था। पटना एयरपोर्ट के सामने NHAI गेस्ट हाउस में छात्रों के ठहरने की व्यवस्था सिकंदर ने कराई थी। गेस्ट के एंट्री रजिस्टर में छात्र अनुराग यादव के नाम के आगे ब्रैकेट में ‘मंत्री जी’ लिखा हुआ है। ये खुलासा होने के बाद अब सवाल उठ रहा है कि आखिर सॉल्वर गैंग का मददगार मंत्री कौन है? किसके कहने पर मंत्री ने लेटर लिखा था? लेटर नंबर-440 के सामने आने के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या सिकंदर यादुवेंद की पहुंच मंत्री तक है या किसी मंत्री का संरक्षण सॉल्वर गैंग को है?
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बिहार में नीट यूजी पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने पटना के एजी कॉलोनी लालू खटाल के पास एक किराए के मकान से एटीएम कार्ड और पासबुक जब्त किए हैं।
आशंका यह भी जताई जा रही है कि अभ्यर्थियों से 30-30 लाख रुपये की मांग भी की गई। अबतक बिहार में नीट पेपर लीक मामले को लेकर 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें 5 नीट यूजी के अभ्यर्थी हैं। इससे पहले जांच के दौरान 6 पोस्ट डेटेड चेक मिले थे।
NHAI गेस्ट हाउस में ठहराया आरोपियों को
जांच में कई खुलासे हुए हैं। जिसमें पता चला कि अनुराग यादव जो संजीव कुमार का पुत्र है वह अपनी मां रीना कुमारी के साथ परीक्षा देने आया। इसके ठहरने का इंतजाम NHAI गेस्ट हाउस में करवाया है।
साथ ही दूसरे अभ्यर्थी आयुष राज के पिता अखिलेश कुमार के साथ यह तय हुआ कि वे सभी अभ्यर्थियों को होटल ग्रांड पैलेस (रामकृष्णा नगर) के पास से जाकर अमित आनंद को सौंपेंगे, जो उन्हें नीतिश कुमार तक पहुंचाएगा एवं नीतिश कुमार सारे अभ्यर्थियों को लेकर Learned Play School एवं Learn Bays Hostel लेकर जाऐंगे।
वहीं सारे अभ्यर्थीयों को प्रश्न पत्र एवं उत्तर रटाया जाएगा। इसके बदले अभ्यर्थियों से 40-40 लाख रूपये लेन-देन की बात हुई थी। NEET Paper Leak | neet ug | NEET परीक्षा 2024
जानिए कौन है पेपरलीक का मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु
सिकंदर यादवेंदु इस मामले का किंगपिन यानी कि सरगना है। वो बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है। वो एक घोटाले के मामले में जेल भी जा चुका है। पहले रांची में ठेकेदारी का काम करता था।
साल 2012 में उसने बिहार SSC परीक्षा पास की और जूनियर इंजीनियर बन गया। उसका बेटा और बेटी दोनों एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। उसका दामाद एमबीबीएस के बाद पीजी कर रहा है। सिकंदर 3 करोड़ के एलईडी घोटाले का आरोपी है। इसी मामले में वो जेल भी जा चुका है।
आरोपियों ने कबूल किया है कि 5 मई को परीक्षा थी और पेपर चार मई को ही लीक हो गया था। अभ्यर्थियों से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए थे।
पटना ईओयू (इकनॉमिक ऑफेंसेस यूनिट) ने जो 6 पोस्ट डेटेड चेक बरामद किए हैं, ये सभी माफियाओं के नाम जारी किए गए थे। अब ईओयू अकाउंट होल्डर्स के बारे में जानकारी जुटा रही है।