NEW DELHI. लोकसभा में गुरुवार को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर जमकर भड़क उठे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सदन में रेलवे में सुधार और लोको पायलट को लेकर बनाई गई व्यवस्था के बारे में बोल रहे थे, इस दौरान विपक्ष के किसी सांसद ने उन्हें रील मंत्री कहकर ताना मारा, ये सुनकर आमतौर पर शांत रहने वाले अश्वनी वैष्णव भड़क उठे। उन्होंने विपक्ष के नेता को फटकार लगाते हुए चुप बैठने की हिदायत दे डाली।
हम रील बनाने वाले नहीं, मेहनत करने वाले लोग
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हम केवल रील बनाने वाले लोग नहीं है, हम मेहनत करने वाले लोग हैं। अश्वनी वैष्णव जिस वक्त ये बोल रहे थे, उस समय काफी ज्यादा हंगामा होने लगा। वह बार-बार रील मंत्री का जिक्र किए जाने पर नाराज हो गए।
उन्होंने भड़कते हुए कहा, "बैठो, चुप बैठो...बैठो एकदम, कुछ भी बोल देते हैं" इसके बाद उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से कहा, "माननीय अध्यक्ष जी हाउस को ऑर्डर में लाइए, ये क्या तरीका है। कुछ भी बोल देते हैं" इस दौरान सदन में हंगामा होते रहा और सत्ता पक्ष के सांसदों को भी खड़े होकर विपक्षी सांसदों का विरोध करते हुए देखा गया।
सदन में हो रहे हो-हल्ले के बीच स्पीकर ने कहा कि माननीय मंत्री जी आप किसी भी व्यक्ति का रिस्पांस मत करो, इसके जवाब में रेल मंत्री ने कहा जैसा आपका आदेश।
रेल हादसे को लेकर विपक्ष के हंगामे पर रेल मंत्री ने कहा कि जो भी लोग यहां पर चिल्ला रहे हैं, उनसे यह पूछा जाना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए 58 साल में वो एक किलोमीटर भी एटीपी क्यों नहीं लगा पाए?...
सदन में भड़के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
— TheSootr (@TheSootr) August 1, 2024
बोले, "हम रील बनाने वाले लोग नहीं हैं, हम मेहनत करने वाले, काम करने वाले लोग हैं"
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रेल हादसे को लेकर दिया जवाब
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं तो वह हादसों की संख्या बताती थीं जो 0.24 फीसदी से घटकर 0.19 फीसदी हो गई थी और ये लोग सदन में ताली बजाते थे और आज जब यह 0.19 फीसदी से घटकर 0.3 फीसदी हो गई है तो वे इस तरह का आरोप लगाते हैं। क्या यह देश इसी तरह चलेगा? रेल मंत्री ने विपक्ष पर उन दो करोड़ लोगों के दिलों में डर पैदा करने का भी आरोप लगाया जो हर दिन रेलवे से यात्रा करते हैं।
कांग्रेस पर झूठ की दुकान चलाने का आरोप
कांग्रेस और विपक्षी दलों पर ‘झूठ की दुकान’ चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस झूठ की दुकान लगाने में व्यस्त है, लेकिन वह दुकान चलाने में कामयाब नहीं होगी। कभी सेना को नीचा दिखाती है, कभी रेलवे को नीचा दिखाती है, इस तरह की राजनीति नहीं चलेगी। वैष्णव ने आगे कहा कि कांग्रेस सोशल मीडिया की अपनी ट्रोल सेना की मदद से झूठी बातें उठाती है। क्या वे उन 2 करोड़ लोगों के दिलों में डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं जो हर दिन रेलवे से यात्रा करते हैं।
रेल हादसे को रोकने के लिए उठाए गए कदम
रेल मंत्री ने रेल हादसों को रोकने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर जानकारी दी। उन्होंने सदन में बताया कि उनकी वैष्णव ने कहा कि हादसों को रोकने के लिए पूरे देश में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग कर दी गई है, जहां हर साल कोई स्कूल बस या कोई दुर्घटना हो जाती थी। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि सभी रेलवे स्टेशन का पूरा कंट्रोल इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के जरिये होता है। विश्व के बड़े-बड़े देशों में यह सब कुछ 1980-90 के दशक में होना ही शुरू हो गया था। हमारे यहां पर यह काम काफी धीरे-धीरे चल रहा था।
हमारी सरकार ने एटीपी डेवलप करने का संकल्प लिया और 2016 में कवच के लिए ट्रायल शुरू हो गए। रेल मंत्री ने कहा कि 9000 किलोमीटर के टेंडर इन प्रॉसेस हैं। कुछ ही महीनों में ये लगने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कवच को इंस्टाल करने में हमारी सरकार कोई भी कमी नहीं छोड़ेगी।
रेलवे में भर्ती को लेकर दी जानकारी
रेलवे में भर्ती को लेकर भी उन्होंने कहा कि अगर हम रेलवे में भर्ती की बात करें तो 2004 से 2014 तक यूपीए के कार्यकाल में रेलवे में केवल 4 लाख 11 हजार कर्मचारियों की भर्ती की गई थी, जबकि 2014 से 2024 तक एनडीए के 10 सालों में यह आंकड़ा 5 लाख 2 हजार हो गया है। वैष्णव ने कई रेलवे भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की संख्या का भी हवाला दिया।
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