NEW DELHI. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को भारत की पहली सौ फीसदी एथेनॉल फ्यूल कार का अनावरण किया। इस कार को टोयोटा ने बनाया है। टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस पहली इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल का प्रोटोटाइप है। इस कार के लिए ईंधन की जरूरत को कोई खाड़ी देश नहीं बल्कि हमारे देश के किसान ही पूरा करने वाले हैं क्योंकि इस कार का ईंधन एथेनॉल कहीं और नहीं बल्कि खेतों में उगाई जाने वाली फसलों से बनेगा।
क्या होता है एथेनॉल ?
एथेनॉल को आप अल्कोहल समझ सकते हैं। ये खेतों में उगाए जाने वाले गन्ने के रस और मक्का, सड़े आलू, कसावा और सड़ी सब्जियों से बनाया जाता है। स्टार्च और शुगर के फर्मेंटेशन से बने एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाकर बायोफ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
सरकार की क्या है तैयारी
हम अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए ईंधन आयात करते हैं जिसमें हमारी इकॉनमी का बड़ा हिस्सा खर्च होता है। 2021-22 में हमने 86% ईंधन आयात किया था। ईंधन की इसी निर्भरता को कम करने के लिए सरकार ने E-20 योजना लॉन्च की है। फिलहाल सरकार पेट्रोल में 20% तक एथेनॉल मिलाने की योजना पर काम कर रही है।
जानिए किस तरह की गाड़ियों में E20 इस्तेमाल होगा
अब देश में जो भी नए मॉडल की गाड़ियां बन रही हैं उन सभी गाड़ियों में एथेनॉल से बने पेट्रोल का उपयोग हो सकेगा। इसका कारण ये है कि यहां बन रही ज्यादातर गाड़ियों में इंजन BS-4 से BS-6 स्टेज के हैं। केंद्र सरकार पहले ही कंपनियों को E20 पेट्रोल के लिए इंजन बनाने के निर्देश दे चुकी है।