अब H5N1 वायरस को लेकर WHO ने दी चेतावनी, कहा- नहीं बरती सावधानी तो कोविड के जैसे मचाएगा तबाही

author-image
Jitendra Shrivastava
एडिट
New Update
अब H5N1 वायरस को लेकर WHO ने दी चेतावनी, कहा- नहीं बरती सावधानी तो कोविड के जैसे मचाएगा तबाही

NEW DELHI. कोरोना (Corona) के कारण दुनिया के कई देशों की हालत इतनी खराब हुई है कि वे अभी तक नहीं संभल पाए हैं. इसी बीच एक ओर वायरस का महामारी बनने का खतरा बढ़ता जा रहा है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन के पक्षियों के अलावा स्तनधारी जीवों में फैलने के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चिंता बढ़ गई है। एवियन इन्फ्लूएंजा हाल ही में मिंक और अन्य स्तनधारियों के बीच फैल गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने माना है कि स्थिति और खराब हो सकती है।



बर्ड फ्लू इंफेक्शन के पक्षियों के अलावा स्तनधारी जीवों में फैलने से बढ़ी चिंता



कोविड-19 ने पूरी दुनिया में 2020 से ही तबाही मचा रखी है। कोरोना (Corona) के कारण दुनिया के कई देशों की हालत इतनी खराब हुई है कि वे अभी तक नहीं संभल पाए हैं। इसी बीच एक ओर वायरस का महामारी बनने का खतरा बढ़ता जा रहा है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन के पक्षियों के अलावा स्तनधारी जीवों में फैलने के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चिंता बढ़ गई है। मिंक, ऑटर, लोमड़ी, सी लॉयन जैसे स्तनधारी जीवों में बर्ड फ्लू फैलने पर डब्लूएचओ ने कहा कि ऐसे में इंसानों में भी संक्रमण का खतरा दिख रहा है, क्योंकि इंसान भी स्तनधारी जीवों का ही प्रकार है।



मिंक, ऊदबिलाव, लोमड़ियों और सी लॉयन निगरानी रखने की जरूरत



विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आग्रह किया कि सतर्क रहें, लेकिन घबराएं नहीं। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने बुधवार (8 फरवरी) को कहा कि हाल के हफ्तों में रिपोर्ट किए गए मिंक, ऊदबिलाव, लोमड़ियों और सी लॉयन में एवियन इन्फ्लूएंजा के मामलों पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि फिलहाल डब्ल्यूएचओ मनुष्यों के लिए जोखिम को कम आंकता है, लेकिन हम ये नहीं मान सकते हैं कि ऐसा ही मामला बना रहेगा और इसलिए हमें यथास्थिति में किसी भी बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए। 



यह खबर भी पढ़ें






डब्ल्यूएचओ ने कहा- न करें ये काम



उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू इंसानों में फैलना दुर्लभ है, हालांकि इसके खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता। उनके इसको रोकने के लिए तरीका भी बताया। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि किसी भी बीमार या मृत जंगली जानवर-पक्षी को न छुएं न उसके पास जाएं। ऐसा जानवर मिलने पर स्थानीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दें। साथ ही बीमार या मृत मुर्गियों को लेकर भी पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ये फ्लू संक्रमित पक्षियों को छूने, संक्रमित जानवरों के मल या रहने की जगह को छूने और संक्रमित जानवर-पक्षी को मारने या पकाने से फैलता है। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता क्रिश्चियन लिंडमीयर ने बताया कि विश्व भर में चार लोग पिछले साल एवियन फ्लू वायरस (H5N1) से संक्रमित थे, जिनमें से एक की मृत्यु हो गई थी। 



एवियन फ्लू में महामारी पैदा करने की क्षमता



उन्होंने कहा कि एवियन फ्लू भविष्य में महामारी पैदा करने की अपनी क्षमता के कारण मानव स्वास्थ्य के लिए एक निरंतर खतरा बना हुआ है और इसलिए मजबूत रोग निगरानी महत्वपूर्ण है। प्रवक्ता ने कहा, "जानवरों में निगरानी वायरस में किसी भी बदलाव को पकड़ने के लिए महत्वपूर्ण है, जिसका मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।" 



स्थिति खराब होती है तो तैयार रहें



टेड्रोस ने बुधवार को देशों से उन क्षेत्रों की निगरानी को मजबूत करने का आह्वान किया था जहां मानव और जानवर सीधे संपर्क में रहते हैं। डब्ल्यूएचओ ये सुनिश्चित करने के लिए भी काम कर रहा है कि अगर स्थिति खराब होती है तो टीकों और एंटीवायरल की आपूर्ति उपलब्ध हो। टेड्रोस ने कहा कि डब्ल्यूएचओ (WHO) इस मुद्दे पर निर्माताओं के साथ लगातार बातचीत कर रहा है।


caution is necessary will create havoc like Kovid danger in mammalian organisms WHO ने दी चेतावनी virus H5N1 WHO warns सावधानी जरूरी कोविड के जैसे मचाएगा तबाही स्तनधारी जीवों में खतरा वायरस H5N1