New Delhi. संसद में बजट सत्र के दूसरे राउंड का दूसरा दिन शोरशराबे और हंगामे की भेंट चढ़ गया। दरअसल सत्ता पक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान को मुद्दा बना चुके हैं जो उन्होंने लंदन के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिया था। सत्तापक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग पर अड़ा हुआ है। उधर विपक्ष ने अडाणी-हिंडनबर्ग मामले में जेपीसी की मांग उठा रखी है। विपक्ष-सत्तापक्ष द्वारा मामले से ध्यान हटाने की साजिश करार दे रहा है।
दूसरे दिन इस तरह चला संसद
दरअसल आज संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही की शुरूआत के साथ ही हंगामा शुरू हो गया। राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गांधी के बयान का मुद्दा उठाया। माफी मांगने के लिए नारेबाजी शुरू हो गई, उधर विपक्ष लगातार अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए जेपीसी की मांग उठाता रहा। दोनों सदनों के कार्यवाही हंगामे के चलते पहले दोपहर 2 बजे तक स्थगित की गई और फिर बुधवार के लिए स्थगित कर दी गई। कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस ने विभिन्न मुद्दों पर संसद में विरोध प्रदर्शन भी किया।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी बोले कि देश में किसने तानाशाही की, उनकी पार्टी में किस तरह की तानाशाही चल रही है और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कैसा व्यवहार होता है ये जगजाहिर है। राहुल गांधी और उनकी ड्रामा कंपनी को लगता है कि वो देश में शासन करने के लिए पैदा हुए हैं, ये उनकी तानाशाही दिखाता है। जोशी ने कहा कि सदन में उनका माइक बंद कर दिया गया था और उन्होंने बाहर के देशों को भारत के मामले में दखल देने के लिए कहा इसलिए हम चाहते हैं कि राहुल गांधी माफी मांगे।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जेपीसी जांच की मांग को लेकर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। आप पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच और इस मुद्दे पर सदन में चर्चा की मांग करते हुए नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने सदन में लोकसभा सांसद राहुल गांधी का नाम लेने के लिए केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता पीयूष गोयल के खिलाफ एक विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया।
सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी आज देश वापस लौट सकते हैं और कल संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे। सत्ता पक्ष के हंगामे पर कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार खुद ही सदन नहीं चलने देना चाहती। इससे पहले ऐसा नजारा कभी नहीं देखा कि सरकार के मंत्री ही सदन को ठप करने के लिए हंगामा कर रहे हों। अधीर रंजन बोले कि राहुल गांधी क्यों माफी मांगेंगे, उन्होने क्या गुनाह किया है? माफी तो सत्तापक्ष को मांगनी चाहिए।