New Delhi. भारत फिर सोने की चीड़िया बनने जा रहा है यानी हर नागरिक की आय अब तेजी से बढ़ेगी। यह कोई सपना नहीं, बल्कि यह संभावनाएं देश की इकोनमी की संभावनाओं से जुड़ी एक विस्तृत रिपोर्ट में एसबीआई ने जताई हैं। साल 2047 में जब देश आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा, तब भारतीय नागरिकों की औसत आय 15 लाख रुपए (12,400 डॉलर) होगी। रिपोर्ट को आजादी की 76वीं वर्षगांठ के दिन (15 अगस्त, 2023) जारी किया गया है।
भारत में क्या-क्या होगा 2047 तक
- 161 करोड़ हो जाएगी देश की आबादी
वर्तमान में दो लाख रुपए है प्रति व्यक्ति आय
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 यानी वर्तमान में भारत में प्रति व्यक्ति आय दो लाख रुपए (2500 डॉलर) है और यह वर्ष 2047 में सात गुना से भी ज्यादा बढ़कर 14.9 लाख रुपए हो जाएगी। यह आकलन वर्ष 2022-23 के लिए भरे गए आयकर रिटर्न और दूसरी गतिविधियों के आधार पर किया गया है।
एसबीआई की रिपोर्ट से क्या है प्रधानमंत्री का लिंक
एसबीआई ने कुछ दिन प हले यह रिपोर्ट की जारी की थी कि वर्ष 2027-28 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने जा रहा है। यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान के बाद जारी की गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते हैं तो देश को तीसरे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना देंगे।
रिपोर्ट के अनुासार, आगे भी भारत की आबादी के बढ़ने की रफ्तार वर्तमान की तरह तेज ही रहेगी। 2047 तक देश की कुल आबादी 161 करोड़ हो जाएगी। देश में काम करने वालों की संख्या जो वर्तमान में 52.3 करोड़ है, वह भी बढ़कर 72.5 करोड़ से ज्यादा हो जाएगी। इस तरह से देश में कामकाजी लोगों की संख्या 37.9% है, जो 2047 में बढ़कर 45% तक हो जाएगी। यह इकोनॉमी को रफ्तार देने में काफी अहम होगा। इतनी बड़ी संख्या में कामगारों को रोजगार कैसे दिया जाएगा, इसको लेकर रिपोर्ट में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
मध्यम आय वर्ग की संख्या में होगी बढ़ोतरी
2047 तक आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या मौजूदा सात करोड़ से बढ़कर 48.2 करोड़ होने की संभावना रिपोर्ट में जताई गई है। अभी जो लोग आयकर रिटर्न तो दाखिल कर रहे हैं, लेकिन कर अदा नहीं करते हैं, उनमें से बड़ी संख्या में लोग आयकर जमा करना शुरू कर देंगे। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में लोग न्यूनतम आय वर्ग से मध्यम आय वर्ग में पहुंच जाएंगे। ऐसे में रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होगी।
जो 2012 में शून्य थे, वे अब रिटर्न फाइल कर टैक्स भरने लगे
वर्ष, 2012 में शून्य आयकर रिटर्न जमा करने वालों की संख्या में से 13.6 प्रतिशत ने टैक्स देना शुरू कर दिया है।
2023 में आयकर रिटर्न के हाल
- कुल 6.85 करोड़ लोगों ने रिटर्न फाइल किया है, जिसमें से 64% लोगों की आमदनी पांच लाख रुपये से कम है यानी उन्होंने शून्य कर अदा किया है।
2027 तक बन जाएंगे दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था
एसबीआइ समूह के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने मंगलवार (15 अगस्त 2023) को एक बार फिर कहा कि वर्ष 2027 तक अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थ होगी।