नई दिल्ली. गुजरात के 13 साल मुख्यमंत्री रहे। 10 साल से प्रधानमंत्री हैं। इसके बाद भी नरेंद्र मोदी के पास न खुद का घर है और न अपनी कोई कार। एक प्लॉट था, वो भी मंदिर को दान कर दिया। हालांकि, पिछले 17 साल में पीएम मोदी की चल संपत्ति 25 गुना बढ़ गई है। बैंक बैलेंस में भी 33 गुना इजाफा हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 14 मई 2024 को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से तीसरी बार नामांकन के दौरान पेश हलफनामे में इसका खुलासा किया।
प्लॉट मानमंदिर को दान किया
लोकसभा चुनाव 2024 के अपने हलफनामे में पीएम मोदी ने गुजरात के गांधीनगर की जमीन का जिक्र नहीं किया है। इसे 2019 में आवासीय जमीन को दिखाया था। दरअसल, मोदी ने यह जमीन मानमंदिर फाउंडेशन को दान कर दी है, जिस पर नाद ब्रह्म कला केंद्र बनाया जाएगा। 31 मार्च 2022 को नरेंद्र मोदी के इनकम टैक्स रिटर्न में इसकी जानकारी नहीं थी। बाद में एक इंटरव्यू के दौरान मोदी ने यह जमीन दान करने का जिक्र किया था।
अचल संपत्ति 3.02 करोड़ रुपए की
ज्ञात हो कि 2002 में जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे, उसके बाद उन्होंने करीब 1.31 लाख रुपए में यह आवासीय जमीन खरीदी थी। वे जमीन के एक चौथाई हिस्से के मालिक थे। इस जमीन पर निर्माण आदि के लिए 2.47 लाख रुपए का निवेश भी किया गया था। 2019 में इसकी मार्केट वैल्यू यानी कीमत 1.10 करोड़ रुपए थी। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी के नाम किसी भी तरह की कृषि या गैर कृषि भूमि और कॉमर्शियल बिल्डिंग नहीं है। इस तरह पीएम नरेंद्र मोदी की संपत्ति ( चल और अचल ) 3.02 करोड़ रुपए हो गई है। प्रधानमंत्री ( PM Narendra Modi property ) बनने के बाद से मोदी की संपत्ति में पांच गुना बढ़ोतरी हुई है।