WASHINGTON/NEW DELHI. सोशल मीडिया पर करीब 9 करोड़ फॉलोअर्स के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता माने जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि मोदी क्यों इतने लोकप्रिय हैं? अमेरिका के अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) ने एक रिपोर्ट में इसकी वजह बताई है। न्यूयॉर्क टाइम्स के एक आर्टिकल में दावा किया गया है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता की एक बड़ी वजह उनका रेडियो शो 'मन की बात' है।
'देश के लोगों पर पीएम मोदी का व्यापक प्रभाव'
मुजीब मशाल ने अपने लेख में लिखा कि मन की बात कार्यक्रम स्थानीय लोगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़ने का मौका देता है। हर महीने प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी देश में हो रहे हर छोटे-बड़े सकारात्मक बदलावों के बारे में बात करते हैं। लेख के अनुसार, पीएम मोदी सिर्फ इसलिए लोगों की पसंद नहीं हैं कि वे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि उनका देश के लोगों पर बहुत प्रभाव है। उनकी जो नीतियां हैं, वह उनकी इसी विरासत को दर्शाती हैं।
'लोगों को जागरूक करते हैं'
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आधे घंटे के कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश की विशालता में खुद को सर्वव्यापी बना लिया है। इसने देश की कल्पनाशीलता पर इस कदर पकड़ बना ली है कि उसमें सरकार की आलोचना के प्रति लोगों को उदासीन बना दिया है। मशाल के मुताबिक, मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी छात्रों को परीक्षा के तनाव से बचने के लिए टिप्स देते हैं और साथ ही श्रोताओं को ये भी बताते हैं कि वह खुद सामान्य शैक्षिक पृष्ठभूमि से आते हैं। वह जल संरक्षण पर बात करते हैं और लोगों को ग्रामीण जीवन और खेती की चुनौतियों को लेकर जागरुक करते हैं।
'देश की नब्ज पहचानते हैं मोदी'
मशाल लिखते हैं- पीएम मोदी की लोकप्रियता में उनकी पार्टी की अहमियत है, जिसकी सोशल मीडिया पर जबर्दस्त पकड़ है। उनकी पार्टी यानी बीजेपी उनके भाषणों के वीडियो और टेक्स्ट सोशल मीडिया पर प्रसारित करते हैं। मोदी की दो सबसे बड़ी ताकत हैं, एक- उनकी देश की जमीनी स्तर की समझ, दूसरी- उनकी कहानी कहने की क्षमता। अपनी इन खासियतों की वजह से मोदी देशवासियों के साथ जुड़ पाते हैं और अपनी सरकार की योजनाओं जैसे मुफ्त राशन और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर को लोगों के सामने प्रभावी तरीके से रखते हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिए लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया। साथ ही वह समाज के ऐसे लोगों के बारे में बात करते हैं, जो अपने प्रयासों से छोटे-छोटे बदलाव ला रहे हैं।
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अमेरिका में भारतीयों का दबदबा
पीएम मोदी की स्टेट विजिट के दौरान अमेरिका में जगह-जगह स्वागत हो रहा है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि अमेरिका के लिए भारत इतना अहम क्यों है? जानकारों का मानना है कि इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें अमेरिका में रहने वाले भारतीय प्रवासी भी एक अहम कारक हैं। जो बाइडन एडमिनिस्ट्रेशन के अहम पदों पर कम से कम 130 भारतीय मूल के लोग हैं। व्हाइट हाउस, नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल, नासा जैसी अहम जगहों पर भी भारतीय काबिज हैं।
प्रशासन पर बढ़ रहा है भारतीयों का दबदबा
ट्रम्प या ओबामा प्रशासन से कहीं ज्यादा भारतीय बाइडन एडमिनिस्ट्रेशन में अहम पदों पर हैं। मैक्सिकन-अमेरिकंस के बाद भारतीय-अमेरिकी दूसरे सबसे बड़े प्रवासी समुदाय माना जाता है। अब भारतीय अमेरिकी राजनीति में भी मजबूत पकड़ रखते हैं। मोदी ऐसे तीसरे राष्ट्र प्रमुख हैं, जिन्हें बाइडन के कार्यकाल में राजकीय न्योता (स्टेट विजिट का न्योता) मिला है। अमेरिका में करीब 41 लाख भारतीय मूल के नागरिक हैं, जो अमेरिकी आबादी का 1.3% है।
यूएस की पॉलिटिक्स में भारतीय
भारतीय समुदाय अमेरिका में राजनीतिक तौर पर भी सबसे ज्यादा सक्रिय है। लुइसियाना के बॉबी जिंदल उपराष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने वाले पहले भारतीय मूल के अमेरिकी थे। मूल रूप से तमिलनाडु से आने वालीं कमला हैरिस अमेरिका की वाइस प्रेसिडेंट हैं। बीते चुनाव में प्रमिला जयपाल, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति सांसद बने थे। डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी दोनों में ही भारतवंशियों का दबदबा है।
2024 के अमेरिकी प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में निक्की हेली और विवेक रामास्वामी उतरेंगे। भारतीय अमेरिकी समृद्ध और सुशिक्षित समुदाय के माने जाते हैं। राजनीतिक मुहिम में फंड उगाही के लिए भी भारतीय अहम हैं। यही कारण है कि डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकंस दोनों भारतीयों को लुभाने की कोशिश में हैं।