NEW DELHI. भारत की नई संसद का पीएम नरेंद्र मोदी ने 28 मई 2023 को दिल्ली में उद्घाटन किया। जिसे लेकर भारत में कांग्रेस समेत करीब 20 विपक्षी पार्टियों ने बायकॉट किया और सियासत हो रही है। वहीं हमारी नई संसद को लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इसकी खूब सराहना हो रही है। पाकिस्तानियों ने नई संसद का तुलना यूएन की इमारत से कर दी है और कह रहे हैं कि हिन्दुस्तान की नई संसद यूएन की इमारत से भी सुंदर है।
कितना सुंदर है नया संसद भवन
पाकिस्तान में भारत की नई संसद बिल्डिंग को लेकर यूट्यूब पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। वहां की जनता नई संसद को लेकर तरह-तरह की बातें कर रही है। पाकिस्तानी रियल रिएक्शन्स नाम के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में दो लोग नई संसद पर खबू चर्चा कर रहे हैं। कह रहे हैं कि कितना सुंदर संसद भवन बनाया है। मैंने आज तक इतनी खूबसूरत संसद नहीं देखी है। एक तरह से यूएनएससी की तरह लग रहा है। यूएन की इमारत भी छोटी है वहीं भारत की संसद बड़ी है। सबसे ऊपर तीन शेर दिखाई दे रहे हैं। पूरी संसद त्रिकोण के आकार में है। ड्रोन से पूरी संसद कमाल की दिखाई देती है।
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लाहौर से मुल्तान के मौहल्लों तक चर्चा
पकिस्तान में लाहौर से चौक चौराहों से लेकर मुल्तान के मौहल्लों तक भारत की नई संसद की ही चर्चा है। नई संसद की तस्वीरों को पकिस्तानी रिवाइंड कर देख रहे हैं। उस घड़ी को कोस रहे हैं जब नियाजी के शागिर्दों ने अपने ही मुल्क को फूंकने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
वो संसद बना रहे, हम अपनी बिल्डिंगों को जला रहे
रियल एंटरटेनमेंट टीवी नाम के यूट्यूब चैनल पर एक इंटरव्यू में एक शख्स कह रहा है, 800 करोड़ रुपए उन्होंने लगाया है। भारत की इकनॉमी मजबूत है। वो पैसा लगा रहे हैं। वे विकास के कारण आगे जा रहे हैं। अपनी संसद बना रहे हैं। इकनॉमी बेहतर होगी तो ये चीजें होंगी। दूसरी तरफ हमारी इकनॉमी भी खत्म है और हम अपनी बिल्डिंगों को भी जला रहे हैं।
वे लोग एशिया कप खेल रहे हैं, वर्ल्ड कप खेल रहे ...
पाकिस्तानी पत्रकार सुहैब चौधरी ने कहा, हमारे देश में जज्बात में सरकार फैसले लेती है। जबकि फैसले तो दिल से लिए जाने चाहिए, सोचकर करने चाहिए। बात करनी चाहिए। मिलजुल रहना चाहिए। तभी विकास कर पाएंगे। भारत में हर क्षेत्र में डपलपमेंट हो रहा है। वे लोग एशिया कप खेल रहे हैं, वर्ल्ड कप खेल रहे हैं।
गुलामी के प्रतीकों को हटाया जा रहा
कमर चीमा नाम के एक पाकिस्तानी पत्रकार ने कहा, भारत में एक परंपरा चल पड़ी है कि हमें अंग्रेजों की गुलामी के प्रतीकों को हटाना है। हमें भारत को नई पहचान देनी है। हर जगह भारतीय कल्चर ला रहे है।
यूट्यूब पर चल रहे खूब इंटरव्यू
सना अहमद नाम के यूट्यूब चैनल पर एक शख्स ने इंटरव्यू में कहा, "जब नरेंद्र मोदी आज से सात-आठ साल पहले प्रधानमंत्री बने थे तो पाकिस्तान ही क्या दुनिया में किसी भी शख्स ने नहीं सोचा था कि वो विजनरी शख्स होंगे। क्योंकि हम उनके सोशल स्टेटस से उन्हें जज कर रहे थे कि एक चाय वाला कैसे सरकार चलाएगा। हमने जिसे हमने हल्के में लिया वही अपने मुल्क को इतना ऊपर ले गए कि आप समझ ही पा रहे।"
इसी चैनल पर दूसरे शख्स ने कहा कि पाकिस्तान में अब तक कोई भी प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका, जबकि इंडिया में नरेंद्र मोदी का दूसरा कार्यकाल है और उनके कार्यकाल में चार आर्मी चीफ आए। ये हमारे लिए शर्म की बात है।
पाक की संसद का इतिहास
पाक की संसद का उद्घाटन 28 मई 1986 को हुआ था जिसे बनाने में 11 साल लग गए। पाकिस्तान की संसद को अमेरिका आर्किटेक्ट Edward Durel Stone ने डिजाइन किया था। पांच मंजिला पाकिस्तान की संसद में ग्राउंड फ्लोर का एरिया 176,889 स्क्वायर फीट है। ग्राउंड फ्लोर पर ही एक मस्जिद भी बनाई गई है, जहां साढ़े चार सौ नमाजी नमाज पढ़ सकते हैं। भारत की तरह ही पाकिस्तान में संसद के दो सदन हैं। भारत की संसद को संसद ही कहा जाता है, जबकि पाकिस्तान की संसद को मजलिस-ए-शूरा कहा जाता है। पाकिस्तान के निचले सदन को नेशनल असेंबली और ऊपरी सदन को सीनेट कहते हैं।