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प्रयागराज महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत और भारतीयता के प्रति सम्मान और श्रद्धा रखते हैं, वे महाकुंभ में आ सकते हैं। लेकिन अगर कोई कुत्सित मानसिकता के साथ आता है या यह कहता है कि यह भूमि उनकी है और उस पर कब्जा करना चाहता है, तो उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
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भारतीय परंपरा का सम्मान करने वालों का स्वागत
सीएम योगी ने कहा, "जो भारतीय सनातन परंपरा में श्रद्धा रखते हैं और अपने को भारतीय मानते हैं, वे प्रयागराज महाकुंभ में स्वागत योग्य हैं।" उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई लोग, जिनके पूर्वजों ने किसी समय दबाव में इस्लाम स्वीकार किया था, आज भी भारतीय परंपरा और त्योहारों में गर्व महसूस करते हैं। ऐसे लोग अगर श्रद्धा के साथ संगम में स्नान के लिए आते हैं, तो उनका स्वागत है।
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वसुधैव कुटुंबकम का प्रतीक है महाकुंभ
योगी ने कहा कि महाकुंभ वसुधैव कुटुंबकम का सबसे बड़ा उदाहरण है, जहां जाति, धर्म, और पंथ की सभी दीवारें समाप्त हो जाती हैं। यहां किसी भी प्रकार के भेदभाव के लिए कोई स्थान नहीं है। यह आयोजन दुनिया भर के करोड़ों श्रद्धालुओं को एक मंच पर लाता है।
उन्होंने मॉरिशस के प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने संगम में स्नान का अनुरोध स्वीकार किया और 450 लोगों के साथ डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार महाकुंभ को भव्य और दिव्य तरीके से आयोजित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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