Bangalore. एक तरफ देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है, तो वहीं कर्नाटक में प्री-मानसून की दस्तक से हाहाकार मचा हुआ है। यानी गर्मी हो या बारिश फजीहत लोगों की ही है। कर्नाटल में झमाझम हुई बारिश के कारण जगह-जगह हुए जलभराव से हुए हादसों के कारण 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हैं। एहतियातन सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF की चार टीमें तैनात की गई हैं।
इसके अलावा बारिश के कारण 23 घर क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है। चिकमंगलूर, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, शिवमोग्गा, दावणगेरे, हसन और उत्तर कन्नड़ जिले में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस बोम्मई ने बेंगलुरु के बारिश प्रभावित कई इलाकों का दौरा भी किया है।
भूस्खलन का खतरा बढ़ा
कर्नाटक में जारी भारी बारिश के कारण राज्य के तटीय जिलों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने राज्य में दो और दिनों के लिए भारी बारिश का अनुमान जताया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने उत्तर कन्नड़ जिले में भूस्खलन की चेतावनी दी है।
दूसरा तरफ बारिश से 204 हेक्टेयर कृषि और 431 हेक्टेयर बागवानी फसलों को नुकसान हुआ है। आने वाले दिनों में भी बारिश का अलर्ट होने से खेतों में खड़ी फसलों को और नुकसान होने का खतरा है।
असम में भी बाढ़ से मौत
पिछले दिनों असम में भी बारिश के बाद आई बाढ़ ने आफत मचा दी थी। असम में बाढ़ का इस कदर कहर था कि कई स्टेशनों की पटरियों पर कीचड़ और पानी भर दिखा। डिटोकचेरा रेलवे रूट पर कई यात्री ट्रेन में फंस गए थे। इन्हें एयरलिफ्ट कर बाहर निकाला गया था। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से पटरियों के नीचे के जमीन धंस गई थीं और हवा में झूलने लगीं थीं। बाढ़ से 9 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के 27 जिलों में 6.62 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें सबसे ज्यादा 2.88 लाख लोग सिर्फ नागांव जिले से हैं।