द्रौपदी मुर्मू से खास तरीके से मिली हिराबाई बेन, CG की पंडवानी गायिका उषा ने घुटनों के बल बैठकर PM को किया प्रणाम

author-image
The Sootr
एडिट
New Update
द्रौपदी मुर्मू से खास तरीके से मिली हिराबाई बेन, CG की पंडवानी गायिका उषा ने घुटनों के बल बैठकर PM को किया प्रणाम

NEW DELHI. नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने साल 2023 के पद्म पुरस्कारों को वितरित किया। राष्ट्रपति ने पहला सम्मान आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोषी को दिया, उनकी बेटी ने पिता को मिला पद्म विभूषण सम्मान ग्रहण किया। इसके बाद बिजनेसमैन कुमार मंगलम बिड़ला को व्यापार और उद्योग क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। बिड़ला परिवार में पद्म पुरस्कार पाने वाले कुमार मंगलम चौथे व्यक्ति बन गए हैं। गुजरात की रहने वाली हिराबाई बेन इब्राइमभाई लॉबी को पद्म श्री से नवाजा गया। उन्होंने सिद्दी समुदाय के उत्थान के लिए उन्हें ये सम्मान दिया गया है। 




— President of India (@rashtrapatibhvn) March 22, 2023



पंडवानी गायिका उषा को मिला पद्म श्री 



पंडवानी गायिका उषा को पद्म श्री से नवाजा गया। उन्होंने सम्मान लेने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रणाम किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के पैर छूकर सम्मान ग्रहण किया। डॉ. अरविंद कुमार को विज्ञान एवं इंजीनियरी में अभूतपूर्व योगदान और डॉ. प्रभाकर भानुदास मांडे को साहित्य एवं शिक्षा में योगदान के लिए पद्म श्री से नवाजा गया है। 



ये खबर भी पढ़ें...






जानिए कौन है पंडवानी गायिका 



ऊषा बार्ले कापालिक शैली की पंडवानी गायिका हैं। 2 मई 1968 को भिलाई में जन्मी उषा बारले ने सात साल की उम्र से ही पंडवानी सीखनी शुरू कर दी थी। बाद में उन्होंने तीजन बाई से इस कला की रंगमंच की बारीकियां भी सीखीं। पंडवानी छत्तीसगढ़ के अलावा न्यूयॉर्क, लंदन, जापान में भी पेश की जा चुकी है। गुरु घासीदास की जीवनी को पंडवानी शैली में सर्वप्रथम प्रस्तुत करने का श्रेय भी उषा बारले को ही जाता है। 



छत्तीसगढ़ी नाट्य नाच कलाकार डोमार सिंह कुंवर को पद्मश्री



बालोद जिले के ग्राम लाटाबोड़ निवासी छत्तीसगढ़ी नाट्य नाच कलाकार डोमार सिंह कुंवर को कला के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। बता दें कि डोमार सिंह कुंवर नृत्य कला के साधक एवं मशहूर कलाकार हैं। इन्होंने देश से लेकर विदेशों तक ख्याति प्राप्त की है। ये 12 साल की उम्र से ही नाट्य मंच पर उतर गए थे।



इन्हें मिले पुरस्कार 



आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोषी को पद्म विभूषण, लोक कार्य के लिए सोमनहल्ली को पद्म विभूषण, कला के लिए सुमन कल्याणपुर को पद्म भूषण, साहित्य एवं शिक्षा में कपिल कपूर को पद्म भूषण, अध्यात्म में कमलेश पटेल को पद्म भूषण, कला के लिए मंगला कांत को पद्म श्री, कला के लिए भानुभाई चितारा को पद्म श्री, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. प्रभाकर भानुदास मांडे को पद्म श्री, कला के क्षेत्र में नाडोजा पिंडिपापनहल्ली को पद्म श्री, विज्ञान एवं इंजीनियरी के क्षेत्र में प्रोफेसर महेंद्र पाल को पद्म श्री, चिकित्सा के क्षेत्र में नलिनी पार्थसारथी को पद्म श्री, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ. हनुमंत राव को पद्म श्री, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में रमेश रघुनाथ को पद्म श्री, समाज सेवा के लिए वीपी अप्पूकुट्टन को पद्म श्री, खेल के लिए एस.आर.डी प्रसाद को पद्म श्री, कला के क्षेत्र में चिंतलपाटि को पद्म श्री, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. बंडी रामकृष्ण रेड्डी को पद्म श्री,  चिकित्सा के क्षेत्र में मनोरंजन साहू को पद्म श्री, कला के क्षेत्र में कोटा सच्चिदानंद को पद्म श्री, खेल में गुरुचरण सिंह को पद्म श्री, समाज सेवा में लक्ष्मण सिंह को पद्म श्री, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में प्रकाश चंद्र सूद को पद्म श्री आदि।      



कार्यक्रम में ये रहे मौजूद



कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, विदश मंत्री एस. जयशंकर, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव सहित कई लोग मौजूद रहे।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू President Draupadi Murmu distributes Padma Awards Pandavani singers Usha Hirabai Ben kneel down पद्म पुरस्कार ​वितरित पंडवानी गायिका उषा हिराबाई बेन घुटनों के बल बैठकर