NEW DELHI. रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बड़ी राहत मिली है। पॉक्सो मामले में बृजभूषण को क्लीन चिट मिली है। बृजभूषण पर महिला पहलवानों की यौन उत्पीड़न आरोप के मामले में दिल्ली पुलिस ने गुरुवार 15 जून को राउज एवेन्यू कोर्ट में 1000 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट दायर की। बता दें, चार्जशीट अपर मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में दाखिल की गई।
इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 4 जुलाई है। केस रद्द करने की रिपोर्ट उन मामलों में दायर की जाती है जब जांच में कोई पुष्टिकारक साक्ष्य नहीं मिलता है।
#Delhi: यौन शोषण मामला, बृजभूषण सिंह को दिल्ली पुलिस से बड़ी राहत, मामले में दिल्ली पुलिस ने पटियाला कोर्ट में पेश की क्लोजर रिपोर्ट
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— TheSootr (@TheSootr) June 15, 2023
पुलिस ने केस रद्द करने की रिपोर्ट अदालत में पेश की
दिल्ली पुलिस की पीआरओ सुमन नलवा ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ POCSO मामले में, हमने कथित पीड़िता और उसके पिता के बयान के आधार पर केस रद्द करने की रिपोर्ट अदालत में दायर की है। वहीं 6 महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में जांच पूरी होने के बाद दिल्ली पुलिस ने राउज एवेन्यू कोर्ट में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 354A (अश्लील टिप्पणी करना), 354D (पीछा करना) के तहत चार्जशीट दायर की है। वहीं, पूर्व डब्ल्यूएफआई सहायक सचिव विनोद तोमर के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 109/354/354A/506 के तहत चार्जशीट दायर की है।
सरकार के आश्वासन के बाद पहलवानों ने विरोध स्थगित किया था
दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा कि पूरी चार्जशीट है, कुछ भी सीलकवर नहीं है। पेनड्राइव भी साथ है। ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट, जो डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले एथलीटों में शामिल थे, इन सभी ने इस महीने की शुरुआत में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ भी बातचीत की थी। सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया था कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ 15 जून तक आरोप पत्र दायर किया जाएगा, जिसके बाद उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन अगले फैसले तक स्थगित कर दिया था।
पूरे घटनाक्रम में यह भी हुआ
पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान जंतर-मंतर पर दिल्ली पुलिस के साथ हाथापाई और उत्तराखंड के हरिद्वार में हर की पौड़ी गंगा घाट पर नाटकीय दृश्य सहित कई घटनाएं देखी गईं। पहलवान बृजभूषण के खिलाफ विरोध के रूप में अपने पदक विसर्जित करने हरिद्वार गंगा घाट पहुंचे थे, लेकिन आखिरी क्षणों में उन्हें किसान नेताओं द्वारा ऐसा करने से रोक दिया गया था। अब बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ POCSO केस रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट दायर की है, अगर यह मांग स्वीकार कर ली जाती है तो बृजभूषण के लिए चीजें आसान हो जाएंगी।
बृजभूषण कर सकेंगे अग्रिम जमानत की मांग
अब बृजभूषण शरण सिंह को जिस मामले में चार्जशीट दायर हुई है, उसमें वे अग्रिम जमानत की मांग कर सकेंगे। वह यह तर्क दे सकते हैं कि चूंकि जांच के दौरान उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है, इसलिए वह जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं। बृजभूषण शरण सिंह, बीजेपी सांसद भी हैं। गत 11 जून को उन्होंने बयान दिया था कि वह 2024 का लोकसभा चुनाव कैसरगंज से फिर से लड़ेंगे। उनके खिलाफ विरोध करने वाले पहलवानों ने 10 जून को कहा था कि बृजभूषण यौन उत्पीड़न पीड़ितों को दबाव में लाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें अपने बयान बदलने के लिए मजबूर कर रहे हैं। पहलवानों ने 15 जून तक बीजेपी सांसद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई नहीं होने पर फिर से आंदोलन शुरू करने की धमकी भी दी थी।