DELHI. हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के एक महीने पूरे हो गए हैं। इस एक महीने में ना सिर्फ गौतम अडानी के साम्राज्य की नींव कमजोर हुई है बल्कि ग्रुप कंपनियों के शेयर भी बुरी तरह धराशायी हो चुके हैं। इस दौरान समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में 80% से ज्यादा की गिरावट आई है और इनका कुल मार्केट कैप 146 बिलियन डॉलर या लगभग 60% कम हो चुका है।
हिंडनबर्ग ने अडानी के शेयर को 85% ओवरवैल्यू बताया था
आपको बता दें कि हिंडनबर्ग ने 106 पेज की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसमें एक दावा ग्रुप की कंपनियों के शेयरों के ओवरवैल्यू होने पर भी किया गया था। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अडानी ग्रुप के शेयर 85% तक ओवरवैल्यू हैं। हालांकि, रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में गिरावट आई और यह लुढ़क कर हिंडनबर्ग के अनुमान के करीब आ गए।
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शेयरों में आएगी और अधिक गिरावट
ब्लूमबर्ग एनालिसिस में अनुमान लगाया गया है कि अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों के शेयरों में अभी और गिरावट आ सकती है। ये 4 शेयर अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अडानी पोर्ट्स और अडानी ट्रांसमिशन के हैं।
- अडानी एंटरप्राइजेज: अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 24 जनवरी के मुकाबले लगभग 60% गिर चुका है। इस शेयर में 26% और गिरावट की गुंजाइश है। एनालिसिस में बताया गया है कि यह शेयर 910-925 रुपये के बीच रह सकता है। आपको बता दें कि वैल्यूएशन गुरु अश्वथ दामोदरन ने भी अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक की सही कीमत 945 रुपये प्रति शेयर बताई है। इस शेयर ने 3 फरवरी को 1,017 रुपये के लो लेवल को टच किया था।