Amritsar. पंजाब में तलवंडी के दमदमा साहिब में अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह द्वारा बुलाई गई विशेष सभा की गई है। अंदेशा जताया जा रहा था कि सभा के दौरान वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह सरेंडर कर सकता है। जिसके चलते पूरे तलवंडी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सभा में कहा कि कोई भी सरकार लोगों की आवाज को दबा नहीं सकती। वे बोले कि हम आतंकवादी नहीं है, अपनी आवाज उठाने के लिए सभी मंचों का इस्तेमाल करेंगे।
पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द
इस खबर के चलते पूरे पंजाब सूबे की पुलिस और खुफिया एजेंसी सतर्क हो गई हैं। जिसके चलते सभी पुलिस कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। जानकारी के मुताबिक तलवंडी में तैनात पुलिस कर्मियों को ताकीद दी गई है कि वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल किसी भी सूरत में किसी धार्मिक स्थल में प्रवेश न कर पाए। दूसरी तरफ पुलिस की ओर से तलवंडी में विशेष सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
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बता दें कि कुछ दिन पहले अमृतपाल ने वीडियो जारी कर जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने की मांग की थी लेकिन अकाल तख्त ने शुक्रवार को विशेष सभा बुला ली। सूत्रों की मानें तो अमृतपाल सिंह ने होशियारपुर में एक गुरूद्वारे में पनाह ली थी, इस दौरान गुरूद्वारे के प्रमुख ने अमृतसर जाकर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में अमृतपाल के सरेंडर करने की इच्छा से जत्थेदार को अवगत कराया गया।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा बुलाई गई विशेष सभा के चलते पूरे तलबंडी में चाक चौबंद व्यवस्थाएं हैं। एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। पाकिस्तान बॉर्डर की तरफ जाने वाले रास्तों पर भी विशेष नाके लगाए गए हैं ताकि उसे काबू किया जा सके। खालिस्तान की मांग जैसे संवेदनशील मुद्दे को फिर भड़काने और कानून को ठेंगा दिखाने वाले अमृतपाल को करीब 1 माह बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। अमृतपाल की गिरफ्तारी पंजाब पुलिस के 80 हजार जवानों की नाक का सवाल बन गई है।