56 साल पहले जवान हुआ था शहीद अब मिला शव, आखिर क्या रही वजह? जानिए...

56 साल बाद सियाचिन ग्लेशियर के पास एक भारतीय जवान का शव मिला है। जैसे ही यह खबर आई, पूरे देश में इसकी चर्चा होने लगी। खबर है कि गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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Raj Singh
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सैनिक देश की सेवा में अपना जीवन लगा देते हैं। वे दिन-रात मातृभूमि की सुरक्षा के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं करते। वे भारत माता की रक्षा के लिए अपने सारे सुख-सुविधाएं और परिवार त्याग देते हैं। कभी-कभी उनसे जुड़ी ऐसी खबरें आती हैं जो दिल को दुखा देती हैं। दरअसल,  7 फरवरी 1968 के दिन भारतीय सैनिकों को लेह ले जाने के लिए सेना का विमान उड़ा। मगर ये रोहतांग दर्रे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसी हादसे में जवान लापता हो गया था। अब इस जवान का शव सियाचिन ग्लेशियर के पास से बरामद हुआ है। इस खबर के सामने आने के बाद से ही लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं कि करीब 6 दशक पहले खोए हुए सैनिक का शव कैसे मिला।

गुरुवार को उनका शव उनके गांव पहुंचेगा। जवान के परिजन रीति रिवाजों के साथ उनका अंतिम संस्कार करेंगे। हैरानी की बात ये है कि बर्फ में दबे होने की वजह से शव पूरी तरह खराब नहीं हुआ है। 

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, जिस सैनिक का शव सियाचिन ग्लेशियर के पास से मिला है, वह यूपी के सहारनपुर जिले के नानौता इलाके का रहने वाले थे। गुरुवार को उनका शव उनके गांव पहुंचेगा। जवान के परिजन रीति रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार करेंगे। चौंकाने वाली बात ये है कि बर्फ में दबे होने की वजह से उनका शव पूरी तरह खराब नहीं हुआ। जिले के अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण क्षेत्र) सागर जैन ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि नानौता थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी मलखान सिंह वायुसेना के जवान थे और 7 फरवरी 1968 को हिमाचल प्रदेश के सियाचिन ग्लेशियर के पास सेना के विमान हादसे का शिकार हो गए थे। इस हादसे में 100 से ज्यादा सैनिक शहीद हो गए थे।

जैन ने आगे बताया कि चूंकि यह बर्फीला पहाड़ी इलाका था, इसलिए शव बरामद नहीं किए जा सके। यह काम कितना मुश्किल था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2019 तक यहां से सिर्फ पांच शव बरामद किए गए थे। हाल ही में यहां से 4 और शव बरामद किए गए, जिनमें से एक जवान मलखान सिंह का भी था।

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घटना के समय उम्र थी महज 23

बता दें कि जब मलखान शहीद हुए थे, तब उनकी उम्र महज 23 साल थी। उस समय उनकी पत्नी शीला देवी और डेढ़ साल का बेटा राम प्रसाद था। लेकिन अब जब उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा तो उनकी पत्नी और बेटा मौजूद नहीं होंगे, क्योंकि उनकी मौत हो चुकी है।..........

ऐसे में मलखान का अंतिम संस्कार उनके पोते करेंगे। यहां चौंकाने वाली बात यह है कि मलखान की मौत के बाद उनका विवाह उनके छोटे भाई चंद्रपाल से हो गया था। उनके 2 बेटे और एक बेटी हैं। गांव के लोग मलखान को अंतिम विदाई देने का इंतजार कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, मलखान के भाई चंद्रपाल की भी मौत हो गई है।

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