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New Delhi. अप्रैल-मई 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं, इधर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने यूपीए को भंग कर नए गठबंधन को इंडिया( इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस) का नाम दिया है। बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक में यह तय किया गया कि मुंबई में आयोजित होने वाली बैठक में गठबंधन के संयोजक को चुना जाएगा।
राज्यों में नहीं एकजुटता
इधर नए गठबंधन में एक साथ बैठे नेताओं ने एकदूसरे के खिलाफ बयानबाजी बंद नहीं की है। सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने टीएमसी से हाथ मिलाने से इनकार किया है और कांग्रेस के साथ मिलकर बंगाल में टीएमसी और बीजेपी दोनों से लोहा लेने की बात कही है। हालांकि उन्होंने गठबंधन के सदस्यों के बीच प्रतिस्पर्धा को कम करने का प्रयास करने की भी बात कही है। बता दें कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी बीते हफ्ते ही यह कह चुके हैं कि बंगाल में लोकसभा चुनाव में वामदलों के साथ कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ लड़ेगी।
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नाम का श्रेय लेने की भी होड़
गठबंधन का नामकरण होने के बाद इसके नाम का श्रेय लेने में भी होड़ मची है। सूत्र बताते हैं कि गठबंधन का यह नाम ममता बनर्जी ने सुझाया था, जिस पर राहुल गांधी ने अपना समर्थन दे दिया। चर्चा यह भी है कि गठबंधन के नाम पर चर्चा नहीं हुई और सीधे प्रस्ताव रखा गया। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि इसमें श्रेय लेेने की कोई बात नहीं है, यह जरूर है कि यह विचार राहुल गांधी के मन में आया था।
पीएम उम्मीदवार पर भी नहीं एकमत
इंडिया गठबंधन पीएम फेस को लेकर भी अलग-अलग बयान आ रहे हैं। सीताराम येचुरी जहां यह कह चुके हैं कि पीएम फेस का ऐलान नहीं किया जाएगा तो उधर टीएमसी ने ममता के नाम की वकालत शुरु कर दी है। टीएमसी सांसद शताब्दी राय ने बोला कि यदि कांग्रेस 2024 में पीएम पद की दौड़ में शामिल नहीं है तो ममता बनर्जी पीएम पद का चेहरा होंगी। हम चाहते हैं कि हमारी नेता उस पद पर आसीन होंगी। इसके लिए हमारा कदम हटकर हो सकता है, सपने देखने या कोई इच्छा रखने में कोई बुराई नहीं है।
लालू यादव ने अधीर रंजन पर साधा निशाना
इधर बेंगलुरु में आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए अधीर रंजन चौधरी पर निशाना साधा था। उन्होंने चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि ममता के खिलाफ हमले क्यों जारी हैं, जबकि सब लोग विपक्षी दलों में एकता की कोशिशें कर रहे हैं।
दिल्ली-पंजाब में भी रार
इधर कांग्रेस भी दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी के सामने खड़ी है। दोनों ही दल इन दो राज्यों में कोई समझौता करने तैयार नहीं हैं। कांग्रेस नेता आप को बीजेपी की बी टीम बताने से नहीं चूकते। वे तो गठबंधन में केजरीवाल को शामिल करने की भी खिलाफत करते नजर आते हैं।