भोपाल. EOW की टीम ने 11 जनवरी को छत्तीसगढ़ के निलंबित IPS जीपी सिंह (IPS GP singh arrest) को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले 6 महीने से फरार चल रहे थे। ACB और EOW की टीम उनकी खोजबीन में जुटी हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जीपी सिंह को उस दौरान पकड़ा गया, जब वह अपने वकील से मिलकर चेंबर से बाहर आए थे। दरअसल, जीपी सिंह के 15 से अधिक ठिकानों पर 6 महीने पहले छापे की कार्रवाई की गई थी। ये छापेमारी ACB और EOW की टीम ने की थी। कार्रवाई में 10 करोड़ की अघोषित संपत्ति मिली थी। बंगले के पीछे गटर से कई डॉक्यूमेंट्स मिले थे। इन्हें ही राजद्रोह के लिए साक्ष्य माना गया।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी लगाई थी: जीपी सिंह जुलाई 2021 से फरार थे। उन पर आय से अधिक संपत्ति, राजद्रोह जैसे मामलों दर्ज है। इसके अलावा सिंह पर भिलाई में सरेंडर करने वाले नक्सल कमांडर से रुपयों का लेन-देन, रायपुर में एक केस में आरोपी की मदद का भी आरोप है। उन्होंने गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।
महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल चुके: जीपी सिंह 1994 बैच के IPS अधिकारी हैं। वह दुर्ग संभाग के IG रह चुके हैं, और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध ब्यूरो के प्रमुख थे। भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था। बता दें कि पुलिस ने कोर्ट में जीपी के खिलाफ 400 पन्ने का चालान पेश किया था।