/sootr/media/post_banners/2ada46a415974f0d798ec5c42dabed07f3bd52b34f5ff1b1df1f79e6c2cc40e1.png)
बीकानेर। रीट परीक्षाओं (REET Exam) में नकल को रोकने के लिए पुलिस विभाग लगातार कार्रवाई करती रहती है। लेकिन एग्जाम में नकल करने वालों की कमी नहीं हो रही है। राजस्थान के बीकानेर में चप्पल की नकल का मामला सामने आया है। पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो चप्पल की मदद से नीट परीक्षा में नकल करवाने की जुगत में लगा रहता था। इस मामले में बीकानेर पुलिस के हत्थे 3 लोग चढ़े हैं, जो चप्पल के सहारे नकल करवाते थे।
ये है नकल कराने की प्लानिंग
सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार रीट परीक्षा में सिर्फ चप्पल पहन कर प्रवेश मिलेगा। ऐसे में नकल के लिए इस गिरोह ने अनोखी चप्पल बनाई। इस चप्पल में एक ब्लूटूथ डिवाइस लगा है। जो प्रवेश के दौरान परीक्षा केंद्र पर टीचरों की नजर से अभ्यर्थी को कामयाब से जाने में सहायक रहता है। एग्जाम हॉल में जाने के बाद अभ्यार्थी इस ब्लूटूथ डिवाइस को अपने कान में लगा लेता है। यह ब्लूटूथ डिवाइस सेंटर के बाहर बैठे एक व्यक्ति के मोबाइल से कनेक्टेड होता है जो उसे नकल करवाने में मदद करता है।
प्रदेश भर में 25 चप्पलें बेची गई
इस नकल करवाने वाली चप्पल की कीमत 6 लाख रुपए है। पूरे राजस्थान में इस तरह की 25 चप्पलें बेची गई। बीकानेर की SP प्रीति चंद्र ने बताया कि इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में लगभग 25 लोगों को ऐसी चप्पल बेची गई है। ऐसे में पुलिस के लिए ये चुनौती है कि आखिर कौन-कौन से जिले में यह चप्पल पहुंच चुकी है और किस-किस अभ्यार्थी ने इस चप्पल से नकल की। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही चप्पलों की तलाश भी कर रही है।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us