PM मोदी की राजनीति में मंदिरों की बड़ी भूमिका, क्या होगा धार्मिकता का वोटिंग पर असर

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Pooja Kumari
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PM मोदी की राजनीति में मंदिरों की बड़ी भूमिका, क्या होगा धार्मिकता का वोटिंग पर असर

BHOPAL. पीएम मोदी पिछले 10 दिनों में रामायण की कहानी से जुडे़ 6 बड़े मंदिरों के दर्शन करके अब अयोध्या पहुंचे हैं। अयोध्या में आज राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। बता दें कि पीएम मोदी पिछले 10 साल में कई मंदिरों के रेनोवेशन, डेवलपमेंट, निर्माण कार्य और दर्शन में शामिल रहे हैं।

तेजी से बड़ रही है आस्था

बता दें कि CSDS के एक सर्वे के मुताबिक 2009 से लगातार धार्मिक हिंदुओं का बीजेपी की तरफ झुकाव बढ़ रहा है। 2019 लोकसभा चुनाव में रोज मंदिर जाने वाले 51% हिंदुओं ने बीजेपी को वोट दिया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कारण देशभर में धार्मिकता की ओर लोगों की आस्था तेजी से बढ़ रही है। इसलिए कई लोगों का कहना है कि इसका असर आने वाले चुनाव पर भी पड़ेगा।

2018 में पीएम मोदी ने अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर की आधार शिला रखी

जानकारी के मुताबिक 2019 में पीएम मोदी ने बहरीन के 200 साल पुराने मंदिर के रिनोवेशन के लिए मल्टी मिलियन डॉलर प्रोजेक्ट लॉन्च किया। बहरीन के मनामा स्थित श्रीनाथ जी का मंदिर जब बनकर तैयार होगा, तब ये तीन मंजिला इमारत होगी। वहीं 2018 में पीएम मोदी ने अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर की आधार शिला रखी थी। यूएई सरकार ने 2015 में पीएम मोदी की यात्रा के दौरान मंदिर के लिए जमीन का आवंटन किया था।

चार धाम प्रोजेक्ट

केदारनाथ, बद्रीनाथ यमुनोत्री और गंगोत्री को जोड़ने के लिए चार धाम प्रोजेक्ट शुरू किया गया। इसके लिए सभी मौसम में इस्तेमाल की जा सकने वाली सड़कों का नेटवर्क बनाया गया। साथ ही रेल लाइन भी बनाई गई। बता दें कि ऋषिकेश के कर्णप्रयाग तक रेल लाइन का काम जारी है। ये रेल लिंक 2025 तक शुरू हो जाएगा। पीएम ने दिसंबर 2016 में प्रोजेक्ट की नींव रखी थी, तब इसकी अनुमानित लागत करीब 12 हजार करोड़ रुपए आंकी गई थी।

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