Banka. देश में शनिवार को वट सावित्री त्यौहार मनाया गया। महिलाएं इस दिन अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और बरगद के वृक्ष की पूजा करती हैं। बिहार के बांका जिले में वट सावित्री की पूजा के दौरान महिलाएं उस समय अचरज में पड़ गईं जब उनके बीच एक बांका जवान लड़का साड़ी पहनकर, सोलह श्रृंगार करके वट सावित्री की पूजा करने लगा। पहले तो महिलाएं लड़के का यह रूप देखकर अचंभित हुईं फिर उन्हें उसके साथ पूजा करने में भी अजीब लगने लगा। इस दौरान मौके पर महिलाओं की काफी भीड़ लग गई।
एलजीबीटी समुदाय से जुड़ा मामला
साड़ी पहनकर पूजा करने पहुंचे लड़के का नाम कपिलदेव मंडल बताया जा रहा है। जो यह सब अपने मेल फ्रेंड के लिए कर रहा था। उसने बताया कि वह समलैंगिक है और वह एक लड़के से प्यार करता है। लड़का अपने मेल फ्रेंड नितेश के साथ यहां पहुंचा था। इस दौरान इस एलजीबीटी कपल की लोगों ने तस्वीरें भी ले लीं।
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6 साल पहले हो चुकी शादी, फिर युवक पर दिल आ गया
हैरानी की बात यह है कि जिस कपिलदेव मंडल ने महिला का रूप धरकर वट सावित्री की पूजा की उसकी शादी 6 साल पहले एक महिला से हो चुकी है। वहीं कुछ साल पहले उसका दिल नितेश नाम के युवक पर आ गया। हालांकि नितेश अभी तक अविवाहित है। कपिल देव ने बताया कि उसने पहली बार वट सावित्री की पूजा की है, पहले महिलाओं और अपनी पत्नी को यह पूजा करते देखा था। इसलिए उसने अपने प्यार नितेश के लिए यह पूजा करने की ठानी।
बरगद के वृक्ष की होती है परिक्रमा
वट सावित्री की पूजा में महिलाएं सोलह श्रृंगार कर बरगद के वृक्ष की पूजा करती हैं, इसके साथ ही वे बरगद के वृक्ष की परिक्रमा 108 बार करती हैं। महिलाएं प्रसाद के रूप में आटे से बने बरगद के मीठे फल प्रसाद के रूप में अर्पित करती हैं। माना जाता है कि इस पूजा को करने से चिरकाल तक उनका सुहाग बना रहता है।