Kaushambi. उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक भाई को अपनी बहन की मौत के बाद शव को घर ले जाने शव वाहन नसीब नहीं हुआ। मजबूरन भाई को बाइक पर अपनी बहन की लाश ले जानी पड़ी। शव को अस्पताल से 5 किलोमीटर दूर स्थित थाने ले जाया गया। यहां भाई ने पुलिस को बहन के खुदकुशी करने की जानकारी दी और अस्पताल प्रबंधन की भी शिकायत की। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कौशांबी प्रशासन हरकत में आया और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक मृतक छात्रा इंटर में पढ़ रही थी। भाई का कहना है कि उसने परीक्षा में फेल होने के डर से फांसी लगा ली थी। जिसके बाद उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया, सुबह तक उसकी मौत हो गई। भाई कुलदीप का आरोप है कि अस्पताल ने बहन की मौत के बाद लंबा चौड़ा बिल हाथ में थमा दिया। जब हमने इतना ज्यादा पैसा देने में असमर्थता व्यक्त की तो अस्पताल ने शव वाहन देने से मना कर दिया। हम लोगों ने आधे घंटे तक इंतजार किया, मिन्नतें कीं लेकिन फिर भी अस्पताल वालों ने एक न सुनी।
- यह भी पढ़ें
थाना प्रभारी ने कही कार्रवाई की बात
मामले में कोखराज थाने के एसएचओ रमेश पटेल ने बताया कि कुलदीप नाम का युवक अपनी बहन के शव के साथ थाने पहुंचा था। शव की एमएलसी कर उसे पीएम के लिए भिजवाया है। निजी अस्पताल द्वारा शव वाहन उपलब्ध न कराने की शिकायत भी परिजन ने बताई है। मामले में जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएमओ बोले अस्पताल संचालक पर करेंगे कार्रवाई
कौशांबी के सीएमओ सस्पेंद्र सिंह ने बताया कि निजी अस्पताल तेजमति में मरीज की मौत के बाद शव वाहन मुहैया न कराने का मामला सामने आया है। एडिशनल सीएमओ स्तर के अधिकारी को जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद निजी अस्पताल के संचालक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षा के रिजल्ट को लेकर थी परेशान
मृतक छात्रा के भाई ने बताया कि उसकी बहन के पेपर अच्छे नहीं हुए थे। जिसके बाद से ही वह काफी तनाव में थी। गुरूवार की रात सभी के साथ बैठी थी फिर अपने कमरे में चली गई। जब काफी देर तक उसकी आवाज नहीं आई तो हम लोगों ने कमरे में जाकर देखा। वह पंखे पर चुनरी का फंदा बनाकर लटक रही थी। उसकी सांसें चल रही थीं इसलिए इलाज के लिए तेजमति अस्पताल ले गए थे।