KOLKATA: भारतीय राजनीति की स्वप्न सुंदरी कही जाने वाली तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) की नेता व पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा ( Mahua Moitra) के निवास पर जांच एजेंसी सीबीआई ( CBI ) ने दबिश दी है। महुआ पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने ( cash for query case ) का आरोप है। इसी आरोप के चलते वह अपनी सांसदी भी गवां चुकी हैं। सीबीाई उनके कोलकाता स्थित आवास पर छानबीन कर रही है।
लोकपाल के आदेश के बाद सीबीआई का एक्शन
महुआ मोइत्रा का केस भारतीय राजनीति का एक बहुत ही चर्चित केस है। इस आरोप के बाद संसद की एक समिति ने पिछले साल आठ दिसंबर को उनकी सांसदी छीन ली थी, साथ ही उन्हें सरकारी आवास भी खाली करने का आदेश सुना दिया था। महुआ ने इस एक्शन के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली। महुआ पर सीबीआई का यह छापा लोकपाल के आदेश के बाद मारा गया है। लोकपाल ने हाल ही सीबीआई को आदेश दिए थे कि वह सवाल पूछने वाले आरोपों की जांच करे और छह माह के भीतर फाइनल रिपोर्ट पेश करे। सीबीआई को यह भी आदेश मिला था कि इस मामले की जांच उसके पास हर माह पहुंचाई जानी चाहिए। जिसके बाद आज सीबीआई ने छापेमारी कर दी।
विदेश में एक बैंक में अफसर रही हैं महुआ
असल में यह मामला तब प्रकाश में आया जब पिछले साल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को लिखित में शिकायत दी थी कि महुआ ने पैसे लेकर लोकसभा में सवाल पूछे हैं। इसके लिए उन्होंने बकायदा फुलप्रूफ सबूत भी दिए, जिसके बाद संसद की एक जांच समिति बनाई गई। इस कमिटी ने महुआ को दोषी माना गया। बाद में संसद में तीखी बहस व आरोप-प्रत्यारोप के बाद महुआ की सांसदी खत्म कर दी गई थी। महुआ मूलत: बैंकर हैं। उन्होंने अमेरिका में पढ़ाई की और लंदन के एक नामी बैंक में नौकरी भी की। लेकिन उन्हें नौकरी रास नहीं आई और वह पार्टी नेता ममता मुखर्जी के कहने पर राजनीति में आईं। उन्होंने साल 2016 में पहला चुनाव पश्चिम बंगाल के करीम नगर विधानसभा से जीता था। साल 2019 में वह पार्टी के टिकट पर कृष्णानगर से लोकसभा चुनाव लड़ी और जीतीं।
सनसनीखेज आरोप लगे थे महुआ पर
महुआ पर पिछले साल ही आरोप लगे थे और इसी साल उनकी सांसदी भी चली गई थी। कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने आरोप लगाया था कि महुआ ने उन्हें अपना पार्लियामेंट्री लॉगिन दिया था। महुआ ने इसके खिलाफ दर्शन पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया था। इस पर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है। दूसरी ओर सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया कि महुआ की पार्लियामेंट्री लॉगिन दुबई में खोल गया, जबकि वह भारत में थी। मामले में नया मोड़ तब आया जब महुआ ने माना कि दर्शन ने उन्हें गिफ्ट दिए। उन्होंने ही दर्शन को अपना लॉगिन दिया था। जब संसद की विशेष कमेटी ने महुआ से सवाल-जवाब किए तो महुआ ने उलटे ही कमेटी पर आपत्तिजनक सवाल पूछने के आरोप लगा दिए थे। बाद में लंबी जद्दोजहद के बाद उनकी सांसदी खत्म कर दी गई।
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