आवश्यकता से अविष्कार : आंध्रप्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने बाइक पर डिजाइन की एंबुलेंस, गांवों के लिए मुफीद

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आवश्यकता से अविष्कार : आंध्रप्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने बाइक पर डिजाइन की एंबुलेंस, गांवों के लिए मुफीद

आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले के गुटी कस्बे के दो छात्रों ने बाइक पर ही एंबुलेंस बना दी है। हालांकि ऐसी एंबुलेंस पहले भी बन चुकी है लेकिन इस एंबुलेंस की खासियत ये है कि इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर और बाकी उपकरणों को भी जोड़ा जा सकता है। एंबुलेंस बनाने वाले छात्रों का नाम यशवंत और एजाज है दोनों अनंतपुर के GATES इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र है।

कोरोना काल में शवों को देखकर आया आइडिया

कोरोना काल में यशवंत ने एक ऐसा मार्मिक दृश्य देखा कि वो भावुक हो गया। दरअसल एक बेटा एंबुलेंस ना मिलने की वजह से रोते हुए अपनी मां के शव को ले जा रहा था। ये देखकर यशवंत को कुछ करने की प्रेरणा मिली। यशवंत ने सोचा कि क्यों ना ऐसी एंबुलेंस बनाई जाए जो कि गांव की सड़कों पर आसानी से चल सके। उसने ये आइडिया अपने दोस्त एजाज अहमद के साथ शेयर किया।

कॉलेज के सीनियर्स ने भी की मदद

दोनों ने अपने कॉलेज के सीनियर्स से आइडिया डिस्कस किया। इसके बाद कॉलेज के डायरेक्टर ने फ्रांस के डिसाल्ट सिस्टम से संपर्क साधा। डसॉल्ट ने 3 डी डिजाइन बनाकर छात्रों को भेजा साथ ही अपने प्रतिनिधि सुहास प्रीतपाल को भी छात्रों की मदद के लिए भेजा।

40 दिनों में बनाई एंबुलेंस

दोनों ने डिजाइन पर काम करना शुरू किया और करीब 50 दिनों की मेहनत के बाद एंबुलेंस बना ली, ये किसी भी 100 सीसी बाइक के साथ बनाई जा सकती है। कीमत करीब 50 हजार रु. है। इसके साथ ऑक्सीजन सिलेंडर और बाकी उपकरण भी आसानी से फिट किए जा सकते हैं। यशवंत और एजाज का मानना है कि यदि इसे बड़े पैमाने पर बनाया जाए तो लागत और कम होगी और करीब 30 हजार में ये एंबुलेंस बन सकती है।

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