उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक समाचार एजेंसी को दिए गए इंटरव्यू में राजनीति, धर्म, और विकास को लेकर विचारधारा साझा किए हैं। उन्होंने राजनीति को अपने लिए एक 'फुल टाइम जॉब' नहीं मानते हुए कहा कि यह भी एक समय सीमा में ही रहेगा। उन्होंने केंद्रीय नेताओं के साथ किसी भी प्रकार के मतभेद से इनकार करते हुए यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी की वजह से ही वह वर्तमान में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं।
धार्मिक अनुशासन पर सीएम योगी का बयान
योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक अनुशासन की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "सड़कें चलने के लिए हैं और अगर कुछ लोग सड़क पर नमाज पढ़ने की बात कर रहे हैं, तो उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए।" उन्होंने प्रयागराज में आयोजित कुम्भ मेले का उदाहरण देते हुए बताया कि जब 66 करोड़ लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं, तब भी कोई लूटपाट या हिंसा नहीं होती, जो कि धार्मिक अनुशासन का उदाहरण है।
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मैं खुद को विशेष नहीं मानता: योगी
योगी आदित्यनाथ ने अंत में अपने नागरिक दायित्वों पर जोर दिया और कहा, "मैं खुद को विशेष नहीं मानता। एक नागरिक के रूप में मेरी संवैधानिक जिम्मेदारियां हैं। मेरे लिए राष्ट्र सबसे ऊपर है। अगर देश सुरक्षित है तो धर्म भी सुरक्षित रहेगा, और यह कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा।"
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वक्फ बोर्ड और मुसलमानों की भलाई
सीएम ने वक्फ बोर्ड को लेकर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड ने अब तक मुसलमानों का कोई कल्याण नहीं किया है और यह निजी स्वार्थ का केंद्र बन चुका है। उन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि इस बिल का लाभ न सिर्फ मुसलमानों को, बल्कि पूरे देश को मिलेगा।
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भाषाई विवाद पर योगी का बयान
यूपी में भाषाई विवाद पर भी मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, बंगाली और मराठी भाषाएं पढ़ाई जा रही हैं। प्रदेश के विकास के लिए एक सकारात्मक कदम है। इसके बावजूद कुछ लोग संकीर्ण राजनीतिक उद्देश्य से भाषा विवाद खड़ा कर रहे हैं। ये युवाओं के रोजगार के अवसरों पर हमला कर रहा है।
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कांवड़ यात्रा और सड़कों पर नियमों का पालन
योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा के दौरान नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कांवड़ियों से डीजे के साइज को छोटा करने की सलाह दी और कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नमाज के दौरान सड़क जाम करने को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद और ईदगाह हैं, सड़कें नहीं।
विकास पर क्या बोले
योगी ने पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी नीतियों के कारण यूपी पिछड़ता गया था, और 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश में ऐतिहासिक बदलाव आया है। उन्होंने यह भी बताया कि अब केंद्र सरकार की योजनाएं यूपी में लागू हो रही हैं और इसके परिणाम सभी के सामने हैं।