अब आसानी से कर सकेंगे विदेश की यात्राएं, मिलेंगे नए और अपग्रेड ई-पासपोर्ट, पासपोर्ट सेवा दिवस पर मंत्री जयशंकर ने की घोषणा

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BP Shrivastava
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अब आसानी से कर सकेंगे विदेश की यात्राएं, मिलेंगे नए और अपग्रेड ई-पासपोर्ट, पासपोर्ट सेवा दिवस पर मंत्री जयशंकर ने की घोषणा

NEW DELHI. अगर आप विदेश जाना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। दरअसल विदेश यात्रा के लिए वीजा से पहले पासपोर्ट जरूरी होता है। हर देश का अलग-अलग पासपोर्ट होता है। अब लोगों की विदेश यात्रा आसानी से होगी। शनिवार (24 जून) को विदेश मंत्रालय ने कहा कि नागरिकों को अब नए और अपग्रेड किए हुए ई-पासपोर्ट मिलेंगे। भारत जल्द ही पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (पीएसपी-वर्जन 2.0) का दूसरा चरण शुरू करने जा रहा है। इसमें नए और अपग्रेडेड ई-पासपोर्ट शामिल हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर यह घोषणा की। 



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अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक की लेंगे मदद 



एस जयशंकर ने कहा कि इससे लोग आसानी से और अपग्रेडेड पासपोर्ट बनवा सकेंगे और विदेश जाने की योजना को पूरा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को समय पर, विश्वसनीय, सुलभ और पारदर्शी तरीके से पासपोर्ट सेवाएं उपलब्ध कराएं। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक की मदद भी ली जाएगी।



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कई तकनीक का करेंगे उपयोग 



भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पासपोर्ट दिवस के मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री के ईज ऑफ लाइफ मंत्र को आगे बढ़ाते हुए हम डिजिटल इको सिस्टम को और बेहतर बना रहे हैं। इसके तहत ई-पासपोर्ट सेवाएं, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से संचालित सेवा वितरण, चिप इनेबल्ड पासपोर्ट का उपयोग करके लोग आसानी से विदेश यात्रा कर पाएंगे। इस तकनीक से डेटा की सुरक्षा भी पुख्ता होगी।



ये होगा फायदा



विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि नई पहल का उद्देश्य यह है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के तहत पारपोर्ट सेवाएं प्रदान की जाएं। यह मौजूदा प्रक्रिया को और भी आसान बनाने वाला होगा। पासपोर्ट तैयार करने के लिए विभिन्न विंडोज को एक ही जगह से संचालित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में हम और बेहतर तकनीक का प्रयोग करेंगे।



क्या है ई-पासपोर्ट सेवा 2.0



ई-पासपोर्ट सेवा 2.0 के तहत लेटेस्ट बायोमेट्रिक्स टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एडवांस डाटा एनालिसिस, चैट बॉट, लैंग्वेज प्रीफरेंस के साथ ही क्लाउड कंप्यूटिंग का प्रयोग किया जाएगा। इससे पासपोर्ट बनवाने में आसानी होगी और यह डाटा को भी बेहतर सुरक्षा देगा। ई पासपोर्ट सेवा का सॉफ्टवेयर आईआईटी कानपुर और एनआईसी द्वारा डेवलप किया गया है।



विदेश मंत्री ने बताया ‘ईज'  का मतलब



विदेश मंत्री ने कहा,  नागरिकों के लिए ईज ऑफ लाइफ (जीवन जीने में आसानी) के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप यह पहल 'ईज' की नई मिसाल पेश करेगी। ईज का अर्थ समझाते हुए उन्होंने कहा कि ई का मतलब है कि डिजिटल इको-सिस्टम का उपयोग करके नागरिकों के लिए उन्नत पासपोर्ट सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी। ए का मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित सेवा वितरण, एस का मतलब चिप-सक्षम ई-पासपोर्ट का उपयोग करके विदेश यात्रा को आसान बनाना और ई का मतलब बढ़ी हुई डाटा सुरक्षा है। जानकारी अनुसार, विदेश मंत्रालय ने 2022 में रिकार्ड एक करोड़ 33 लाख 20 हजार पासपोर्ट और संबंधित सेवाओं को उपलब्ध कराया, जो 2021 की तुलना में 63 प्रतिशत ज्यादा है।


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