मां सरस्वती की पूजा का ये है शुभ मुहूर्त, जानें पूजा में क्या करें, क्या न करें

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jagrati barsaley
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मां सरस्वती की पूजा का ये है शुभ मुहूर्त, जानें पूजा में क्या करें, क्या न करें

आज वसंत पंचमी है। इस दिन सरस्वती का पूजन किया जाता है। पुराण में कहते हैं चैत्र मास की प्रतिपदा यानी गुड़ी पड़वा पर ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी, लेकिन उस रचना में ज्ञान की कमी थी। सरस्वती के जन्म के साथ धरती पर ज्ञान की शुरुआत हुई। जिस दिन सरस्वती प्रकट हुईं, वो दिन वसंत पंचमी का था।



ये है पूजा का शुभ मुहूर्त: बसंत पंचमी (Basant Panchami 2022) होली की तैयारी की शुरुआत का भी प्रतीक है। बसंत पंचमी के 40 दिन बाद होली का त्योहार मनाया जाता है।  बसंत पंचमी का यह त्योहार ज्ञान, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन स्कूलों और कॉलेजों के साथ-साथ मंदिरों में भी देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी सरस्वती पूजा मुहूर्त - 07:07AM से 12:35PM 



पूजा की विधि




  • इस दिन पीले, बसंती या सफेद वस्त्र धारण करें.  पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके पूजा की शुरुआत करें.   


  • मां सरस्वती को पीला वस्त्र बिछाकर उस पर स्थापित करें और रोली मौली, केसर, हल्दी, चावल, पीले फूल, पीली मिठाई, मिश्री, दही, हलवा आदि प्रसाद के रूप में उनके पास रखें.

  • मां सरस्वती को श्वेत चंदन और पीले तथा सफ़ेद पुष्प दाएं हाथ से अर्पण करें.

  • केसर मिश्रित खीर अर्पित करना काफी अच्छा माना जाता है. 

  • मां सरस्वती के मूल मंत्र ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः का जाप हल्दी की माला से करना सर्वोत्तम होगा. 

  • काले, नीले कपड़ों का प्रयोग पूजन में भूलकर भी ना करें. शिक्षा की बाधा का योग है तो इस दिन विशेष पूजा करके उसको ठीक किया जा सकता है।


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