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आज वसंत पंचमी है। इस दिन सरस्वती का पूजन किया जाता है। पुराण में कहते हैं चैत्र मास की प्रतिपदा यानी गुड़ी पड़वा पर ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी, लेकिन उस रचना में ज्ञान की कमी थी। सरस्वती के जन्म के साथ धरती पर ज्ञान की शुरुआत हुई। जिस दिन सरस्वती प्रकट हुईं, वो दिन वसंत पंचमी का था।
ये है पूजा का शुभ मुहूर्त: बसंत पंचमी (Basant Panchami 2022) होली की तैयारी की शुरुआत का भी प्रतीक है। बसंत पंचमी के 40 दिन बाद होली का त्योहार मनाया जाता है। बसंत पंचमी का यह त्योहार ज्ञान, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन स्कूलों और कॉलेजों के साथ-साथ मंदिरों में भी देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी सरस्वती पूजा मुहूर्त - 07:07AM से 12:35PM
पूजा की विधि
- इस दिन पीले, बसंती या सफेद वस्त्र धारण करें. पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके पूजा की शुरुआत करें.