अक्षय तृतीया के दिन सोने की जगह खरीदें सिर्फ 5 रुपए की ये चीज, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न; आपके घर में बरसेगा धन

author-image
Neha Thakur
एडिट
New Update
अक्षय तृतीया के दिन सोने की जगह खरीदें सिर्फ 5 रुपए की ये चीज, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न; आपके घर में बरसेगा धन

BHOPAL.अक्षय तृतीया का दिन स्वंयसिद्ध मुहूर्त माना जाता है। ये पर्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इस दिन को बहुत खास माना गया है। इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार 22 अप्रैल को मनाया जा रहा है। इस दिन विष्णु अवतार भगवान परशुराम जी और दशमहाविद्या में नवम देवी भगवती राजराजेश्वरी मातंगी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन खरीदा गया सोना अक्षय रहता है, घर आई लक्ष्मी सदैव साथ रहती हैं। हालांकि सभी लोग अक्षय तृतीया के दिन सोना नहीं खरीद सकते हैं, क्योंकि यह काफी महंगा है। ऐसे में आप अक्षय तृतीया के दिन 5 रुपए में भी अपनी किस्मत को चमका सकते हैं और माता लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं।



जौ पूजा से प्रसन्न होंगी माता लक्ष्मी



अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। उस पूजा में आपको जौ का उपयोग करना चाहिए। जौ से पूजा होने पर माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और आपका घर धन-धान्य से भरा रहेगा। जौ भगवान विष्णु का प्रतीक है। जीवन में धन, संपत्ति, सुख और समृद्धि के लिए माता लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। अक्षय तृतीया के दिन की गई पूजा का पुण्य फल अक्षय रहेगा। अक्षय तृतीया को पूजा के समय आप माता लक्ष्मी को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करें. पूजा में कमल का फूल या लाल गुलाब का फूल, कमलगट्टा, पीली कौड़ियां, मखाने की खीर, बताशा, दूध से बनी मिठाई चढ़ा सकते हैं।



ये है पूजा का शुभ मुहूर्त



अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी, कलश और विष्णु जी की पूजा के लिए 22 अप्रैल 2023 को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं ये त्योहा 22 अप्रैल को मनाया जाएगा। हालांकि वैशाख शुक्ल तृतीया ति​थि का प्रारंभ 22 अप्रैल, सुबह 07:49 बजे से वैशाख शुक्ल तृतीया ति​थि का समापन 23 अप्रैल, सुबह 07:47 बजे पर होगा।



सोने के बदले खरीदें दे चीज



अक्षय तृतीया के दिन आप सोना नहीं खरीद सकते हैं तो 5 रुपए का जौ खरीद लें और उससे पूजा करें। जौ को सृष्टि का सबसे पहला अन्न माना जाता है। जौ को संस्कृत में यव कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जौ भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। यह एक पूर्ण फसल है। कहा जाता है कि ब्रह्म देव ने जब सृष्टि की रचना की तो सबसे पहले जौ की उत्पत्ति हुई। इसे पूजा-पाठ और हवन में भी विशेष स्थान प्राप्त है। नवरात्रि के दिनों में जौ बोने की परंपरा है।



इस मंत्र का करें जाप



अक्षय तृतीया के दिन पूजा के समय आप श्रीयंत्र और कुबेर यंत्र की भी पूजा करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना शुभ फलदायी माना जाता है। माता लक्ष्मी के महामंत्र 'ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊं महालक्ष्मी नमः' का जाप करें।



इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।


MP News एमपी न्यूज ज्योतिष न्यूज Astro News akshaya tritiya 2023 akshaya tritiya 22 april अक्षय तृतीया 2023 अक्षय तृतीया 22 अप्रैल maa lakshmi मां लक्ष्मी