नासिर बेलिम रंगरेज, UJJAIN. श्रावण मास के पहले सोमवार पर आज उज्जैन में बाबा महाकाल की भव्य सवारी निकाली गई। भगवान महाकाल राजसी ठाठ बाट के साथ नगर भ्रमण पर निकले। सवारी की शुरुआत में महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बाबा की एक झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम सड़कों पर देखा गया।
उज्जैनः सावन के पहले सोमवार को राजा के रूप में नगर भ्रमण पर निकले महाकाल।
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— TheSootr (@TheSootr) July 10, 2023
शाम की पूजा के बाद चांदी की पालकी में मंदिर से बाहर लाया गया
महाकालेश्वर मंदिर से शाम 3:30 बजे बाबा की पालकी का पूजन किया गया उसके बाद शाम 4 बजे बाबा नगर भ्रमण पर निकले। मंदिर से शुरू हुई बाबा की सवारी नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई शिप्रा नदी पहुंचेगी। जहां शिप्रा नदी के रामघाट पर जल अभिषेक के बाद सवारी पुनः महाकाल मंदिर के लिए रवाना होगी। मान्यता है की भगवान महाकाल सवारी के रूप में अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं। वहीं अपने राजा की एक झलक पाने के लिए प्रजा भी घंटों तक सड़क के किनारे इंतजार करती है। शाम को पूजन के बाद राजा महाकाल को चांदी की पालकी में बैठाकर मंदिर से बाहर लाया गया। मंदिर से निकलते ही पुलिस बैंड और जवानों के द्वारा सवारी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सवारी के आगे घोडा, बेंड, पुलिस टुकड़ी तथा भजन मंडलियां चल रही थी। गाजे बाजे के साथ निकल रही सवारी का सफर लगभग 8 किलोमीटर का है।
इस बार अधिक मास होने से निकलेंगी 10 सवारी
सवारी महाकाल चौराहे से गुदरी चौराहा, कार्तिक चौक, हरसिद्धि होते हुए रामघाट पहुंचेगी। क्षिप्रा नदी पर जल से बाबा महाकाल का अभिषेक-पूजन किया जाएगा। यहां से सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर वापस आएगी। सावन के हर सोमवार को महाकाल राजा की सवारी निकालने का विधान है। इस साल अधिक मास होने से सावन 59 दिन का होगा। इस दौरान कुल 10 सवारी निकाली जाएंगी। इनमें 8 सवारी सावन महीने और दो सवारी भादों में निकाली जाएंगी।