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Bhopal. हिन्दू पंचांग के अनुसार, मंगलवार (4 जुलाई) से सावन महीने की शुरुआत हो रही है। सावन के पहले दिन मंगलवार ( 4 जुलाई) को मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। मंगला गौरी व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। विवाहित महिलाएं मंगला गौरी व्रत करती हैं। इस व्रत को करने से विवाहित महिलाओं को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है, वहीं अविवाहित युवतियों की शीघ्र शादी के योग बनते हैं। नवविवाहित महिलाएं पुत्र प्राप्ति हेतु भी मंगला गौरी व्रत करती हैं। धार्मिक मान्यता है कि सावन के महीने में देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा-उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं यथाशीघ्र पूर्ण होती हैं। इस महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु विशेष उपाय भी किए जाते हैं। अगर आप भी जीवन में व्याप्त दुख और संकट को दूर करना चाहते हैं, तो सावन के पहले मंगलवार पर ये उपाय जरूर करें।
सावन के पहले मंगलवार पर करें ये पांच उपाय
- मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। इस दिन बजरंगबली की पूजा-अर्चना की जाती है। अतः सावन के पहले मंगलवार पर स्नान-ध्यान के बाद मंदिर जाकर हनुमान जी को सिंदूर और चोला अर्पित करें। साथ ही चमेली के तेल से दीपक जलाकर आरती करें, वहीं प्रसाद में लड्डू और गुड़ अर्पित करें। इस उपाय को करने से साधक पर हनुमान जी की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
भगवान विष्णु के शयन में होने के कारण सृष्टि के काम भगवान शिव के हाथों में होते हैं
श्रावण का पवित्र महीना 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा। इसी कारण से इस साल सावन का महीना 2 महीने का होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवशयनी एकादशी से लेकर देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु योग निद्रा में होते हैं। ऐसे में सृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों में रहता है। अधिक मास के चलते इस बार चातुर्मास चार के बजाय पांच महीनों का होगा। सावन का महीना भगवान शिव को बहुत ही प्रिय होता है।