दिवाली से पहले बनेगा गुरु पुष्य योग, ऐसे उठाएं लाभ

हिंदू ज्योतिष शास्त्र में गुरु पुष्य योग को अत्यंत शुभ माना गया है। यह संयोग तब बनता है जब गुरु पुष्य नक्षत्र में होते हैं, इसलिए इसे गुरु पुष्य योग कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार गुरु पुष्य योग में खरीदारी का खास महत्व है।

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Dolly patil
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गुरु पुष्य योग
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हिंदू ज्योतिष शास्त्र में गुरु पुष्य योग को अत्यंत शुभ माना गया है। यह संयोग तब बनता है जब गुरु पुष्य नक्षत्र में होते हैं, इसलिए इसे  गुरु पुष्य  योग कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार गुरु पुष्य  योग में खरीदारी का खास महत्व है। 24 अक्टूबर, गुरुवार को सुबह 11:45 बजे से खरीदारी की शुरुआत करके अगले दिन दोपहर के समय तक खरीदारी करना शुभ है। 

गुरु पुष्य योग के दिन अचल संपत्ति खरीदना भी बहुत अच्छा माना गया है। अगर आप भी जमीन आदि खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो गुरुवार का दिन शुभ रहेगा। इस दिन खरीदारी करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है। 

पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत 29 अक्टूबर से हो जाएगी। दीपोत्सव के पहले दिन धनतेरस का पर्व होता है। धनतेरस के दिन से पहले गुरु पुष्य नक्षत्र पड़ने से इसका महत्व और बढ़ जाता है। इस बार दिवाली से पहले गुरु पुष्य योग के साथ अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बनेगा। गुरु पुष्य नक्षत्र के साथ ऐसे शुभ योग बनने से निवेश और खरीदारी के लिए यह समय मंगलकारी है।  

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गुरु पुष्य योग के दिन करें ये काम-

  • नए काम की शुरुआत गुरु पुष्य नक्षत्र में बहुत उत्तम माना गया है

  • गृह प्रवेश करना

  • संपत्ति खरीदना

  • सोना-चांदी, गहने-आभूषण आदि खरीदना

  • वाहन की खरीदी

  • इलेक्ट्रिकल वस्तुएं जैसे कि फ्रिज, वॉशिंग मशीन, लैपटॉप आदि की खरीदारी करना   

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गुरु पुष्य योग में खरीदी का समय- सुबह 11:43 से दोपहर 12:28

लाभ पखवाड़ा- दोपहर 12.05 बजे से 01.29 

शुभ चौघड़िया- शाम 04.18 से 05.42 बजे तक

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