मोक्षदायनी मां गंगा की आराधना का महापर्व गंगा दशहरा आज

पंडित द्विवेदी ने बताया कि इस साल 16 जून 2024 के दिन गंगा दशहरा मनाया जाएगा ।इस दिन स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त बेहद शुभ होता है । हालांकि गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर सुबह 7:08 से सुबह 10:37 तक शुभ मुहूर्त रहने वाला है । 

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Aparajita Priyadarshini
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ज्येष्ठ माह में आने वाले सभी त्योहारों का विशेष महत्व है। इस माह में बट सावित्री व्रत, शनि जयंती, एंचला एकादशी जैसे बड़े पर्व आते हैं। इन्हीं में से एक है गंगा दशहरा।

मां शारदा देवी धाम मैहर के प्रख्यात वास्तु एवं ज्योतिर्विद पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि जेष्ठ माह में आने वाले गंगा दशहरा शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि के दिन मनाया जाता । हिंदू धर्म में इस तिथि को बहुत ही शुभ माना जाता है इस दिन गंगा नदी की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है साथ ही दान पुण्य करते हुए गंगा में स्नान किया जाता है ।

क्या है धार्मिक मान्यता

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गंगा में डुबकी लगाने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते यही नहीं उसे सुख समृद्धि का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है शास्त्रों में गंगा माता को मोक्षदायनी भी कहा गया है यह भी माना जाता है कि गंगा नदी शिव की जटाओं से निकलती है इसलिए इस दिन शिव जी की पूजा करनी चाहिए इससे विशेष लाभ की प्राप्ति होती है ।

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पंडित द्विवेदी ने बताया कि इस साल 16 जून 2024 के दिन गंगा दशहरा मनाया जाएगा ।इस दिन स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त बेहद शुभ होता है । हालांकि गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर सुबह 7:08 से सुबह 10:37 तक शुभ मुहूर्त रहने वाला है । 

गंगा दशहरा की पूजा विधि 

गंगा दशहरा पर ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करें इसके बाद साफ सुथरे वस्त्र को धारण करके सूर्य देव को अर्घ्य दे। इस शुभ दिन पर गंगा मां के साथ-साथ शिव जी की पूजा करने का भी विधान है इस दौरान गंगा स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है ।

पूजा के बाद आप जरूरतमंद लोगों को दान कर सकते गंगा स्नान से पाप नष्ट होते हैं तथा सुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है ।माना जाता है इस दिन गंगा स्नान करने से 10 पाप नष्ट हो जाते इनमें निषिद्ध, हिंसा, परस्त्री गमन, बिना दी हुई वस्तु को लेना, कठोर वाणी, दूसरे के धन को लेने का विचार, दूसरे का बुरा करना, व्यर्थ की बातों में दूर आग्रह, झूठ बोलना, चुगली करना और दूसरों का अहित करना शामिल है ।

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