शनि अमावस्या 2025: 2 हजार साल बाद बन रहा ऐसा दुर्लभ संयोग, ये एक उपाय कर देगा मंगल ही मंगल

29 मार्च 2025 को शनि अमावस्या और सूर्य ग्रहण के दुर्लभ संयोग से जीवन में बड़े बदलाव की संभावना है। इस दिन शाम 8:18 बजे शनि का मीन राशि में प्रवेश एक नया अध्याय खोल सकता है, जिससे शांति और समृद्धि का आगमन होगा।

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Kaushiki
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शनि अमावस्या 2025
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ज्योतिषशाष्त्र के मुताबिक 29 मार्च 2025, शनिवार का दिन खास होने वाला है क्योंकि इस दिन 9 में से 6 ग्रह एक साथ मीन राशि में युति करेंगे। साथ ही, यह दिन शनि अमावस्या (Shani Amavasya) और सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) का भी है। ज्योतिष गणना के मुताबिक, यह दुर्लभ संयोग लगभग 2 हजार वर्षों में एक बार बनता है और इसका प्रभाव पूरे जीवन पर पड़ सकता है।

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क्यों है यह संयोग दुर्लभ

ज्योतिषशाष्त्र के मुताबिक, शनि अमावस्या और सूर्य ग्रहण का मिलाजुला प्रभाव बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इस दिन शनि अपनी राशि कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे एक नई ऊर्जा का प्रवाह होगा। ग्रहों की यह विशेष स्थिति आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।

शनि अमावस्या पर विशेष संयोग

ज्योतिष गणना के मुताबिक, 29 मार्च 2025 को शनि अपनी कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में आ रहे हैं। ऐसे में ज्योतिषशाष्त्र के मुताबिक, इस दिन सिर्फ एक ऐसा समय है, जिसमें विशेष उपाय करने से आपके लिए मंगल ही मंगल होना प्रारंभ होगा। इस दिन शाम के समय 8 बजकर 18 मिनट पर बहुत बड़ा दुर्लभ संयोग बन रहा है। दरअसल, यह संयोग बन रहा है - 8+1+8 = 17 यानी 1+7 = 8; इसमें 8 अंक है शनिदेव का और 1 अंक है सूर्यदेव का। इसलिए 29 मार्च शाम 8:18 पर बन रहा यह दुर्लभ संयोग हाथ से जाने न दें।

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दुर्लभ संयोग के समय क्या करें

ज्योतिषशाष्त्र के मुताबिक, इस दिन शनि अमावस्या के समय, शाम 8:18 बजे पर विशेष संयोग बनता है, जो बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इस समय को हाथ से जाने न दें, क्योंकि इसे शनि और सूर्य के प्रभाव का योग माना जाता है। इस समय एक बहुत प्रभावशाली उपाय है: अपने घर के मुख्य द्वार पर चौमुखी दीपक प्रज्वलित करें। इस समय को हाथ से जाने न दें, क्योंकि इसे शनि और सूर्य के प्रभाव का योग माना जाता है।

यह उपाय घर में सुख-समृद्धि और शांति का आगमन कराता है। ऐसा माना जाता है कि, शनिदेव की कृपा आपके ऊपर बनी रहती है और घर के चारों दिशा में शुभ फल की प्राप्ति होती है। यह उपाय आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा और शनिदेव की कृपा से जीवन में मंगल ही मंगल होगा। इस समय का विशेष महत्व है और यह अवसर पूरे जीवन को बदलने की क्षमता रखता है। इस उपाय को सही समय पर करने से आपके जीवन में सफलता और सुख-शांति का आगमन हो सकता है।

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शनि देव कौन हैं

ज्योतिषशाष्त्र के मुताबिक, शनि (Saturn) को हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है। शनि देव को न्यायाधीश कहा जाता है और वे व्यक्ति के कर्मों के अनुसार अच्छे और बुरे फल देते हैं। शनि का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयों, चुनौतियों और कर्मों के फल के रूप में दिखाई देता है।

शनि की धैर्य, समझदारी और कठिनाइयों से पार पाने की शक्ति से जुड़ी ऊर्जा होती है। शनि का प्रभाव सकारात्मक होता है जब व्यक्ति सच्चाई और मेहनत से कार्य करता है। शनि का मीन राशि में प्रवेश एक नए जीवन के अध्याय की शुरुआत को दर्शाता है, जहां पुराने अनुभवों से सीखने और नए अवसरों का लाभ उठाने का मौका मिलता है। यही कारण है कि इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। The Sootr इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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