2026 के स्वामी हैं सूर्य, जानें सूर्य के साल में क्या करें और किन गलतियों से बचें

वर्ष 2026 का अंक ज्योतिष योग '1' है, जिससे यह साल सूर्य देव के यश, ऊर्जा और नेतृत्व के प्रभाव में रहेगा। सूर्य की कृपा और करियर में सफलता पाने के लिए नियमित सूर्य को जल चढ़ाएं, पिता का सम्मान करें और क्रोध तथा अहंकार से बचने का प्रयास करें।

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Kaushiki
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Latest Religious News: हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। सूर्य को समस्त जगत की आत्मा और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। वह प्रत्यक्ष देवता हैं, जिनके दर्शन रोज होते हैं।

सूर्य को राजा, पिता, यश, मान-सम्मान और स्वास्थ्य का कारक ग्रह माना गया है। कुंडली में सूर्य मजबूत होने से आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होती है। उनकी कृपा से व्यक्ति जीवन में खूब तरक्की करता है। इसीलिए, सूर्य भगवान की उपासना हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी है।

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वर्ष 2026 क्यों है सूर्य का साल

अंक ज्योतिष की गणना के मुताबिक, जब 2026 के अंकों को जोड़ते हैं तो वह 1 आता है। 2+0+2+6 = 10; 1+0 = 1। यदि इसे अंक ज्योतिष के हिसाब से देखा जाए तो 2026 का अंक 1 होता है।

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, अंक 1 का स्वामी सूर्य ग्रह को माना जाता है। इसलिए, वर्ष 2026 को सूर्य का साल कहा जा सकता है। यह पूरा साल सूर्य देव के प्रभाव में रहेगा।

सूर्य की ऊर्जा और प्रभाव इस साल सभी राशियों पर पड़ेगा। ये साल करियर, स्वास्थ्य और सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए खास हो सकता है।

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ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव का महत्व

हमारे सनातन धर्म और ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को विशेष स्थान प्राप्त है। सूर्य को समस्त ग्रहों का राजा माना जाता है, जो जीवन, ऊर्जा और आत्मा का प्रतीक हैं। सूर्य देव हमें आत्मविश्वास, तेज और आरोग्य प्रदान करते हैं।

यह पिता, सरकारी नौकरी और सामाजिक सम्मान के भी कारक माने जाते हैं। कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति सरकारी क्षेत्रों में सफलता और उच्च पद दिलाती है।

सूर्य की उपासना से व्यक्ति का स्वास्थ्य और नेतृत्व क्षमता बेहतर होती है। वर्ष 2026 का अंक ज्योतिष योग '1' आ रहा है, जो सूर्य ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए यह पूरा वर्ष सूर्य के प्रभाव में रहने वाला है।

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2026 में क्या करें

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सूर्य देव की कृपा से 2026 में करें ये उपाय।

  • नियमित सूर्य को जल चढ़ाएं: 

    रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सूर्य देव को अर्घ्य दें। जल में कुमकुम और लाल फूल मिलाना शुभ माना जाता है।

  • आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें: 

    हर दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना बहुत लाभदायक रहेगा। यह स्तोत्र समस्त संकटों से मुक्ति दिलाता है।

  • पिता और गुरु का सम्मान करें: 

    सूर्य पिता का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए पिता और गुरु का आदर करना बहुत जरूरी है। उनके आशीर्वाद से जीवन में सफलता मिलती है।

  • रविवार का व्रत रखें: 

    सूर्य देव को समर्पित रविवार के दिन व्रत रखना या नमक रहित भोजन करना शुभ होता है। इस दिन गुड़ का दान करना भी लाभकारी होता है।

  • मान-सम्मान बनाए रखें: 

    इस साल किसी से झूठ न बोलें और अपने वचन का पालन करें। सामाजिक और सरकारी कार्यों में ईमानदारी रखें।

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2026 में क्या न करें

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सूर्य देव की कृपा से 2026 (New Year 2026) में इन बातों से बचें,

  • सूर्य उदय के बाद तक न सोएं: 

    सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए सुबह देर तक सोना नहीं चाहिए। सूर्य उदय से पहले उठना उत्तम माना जाता है।

  • तांबे के बर्तनों का अनादर न करें: 

    तांबा सूर्य की धातु है, इसलिए तांबे के बर्तनों को कभी भी गंदा या अपवित्र न रखें।

  • क्रोध और अहंकार से बचें: 

    सूर्य का अधिक प्रभाव क्रोध और अहंकार बढ़ा सकता है। इन भावनाओं ‎(‎Hindu astrology) पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है।

  • दान किए गए सामान का प्रयोग न करें: 

    यदि आप गुड़ या गेहूं का दान करते हैं, तो उस सामान का प्रयोग खुद न करें।

  • सामाजिक नियमों का उल्लंघन न करें: 

    सूर्य सत्ता और नियम का प्रतीक है, इसलिए कानूनी और सामाजिक नियमों को तोड़ना हानिकारक हो सकता है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी पूरी तरह से सही या सटीक होने का हम कोई दावा नहीं करते हैं। ज्यादा और सही डिटेल्स के लिए, हमेशा उस फील्ड के एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। 

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