चित्रगुप्त पूजा ( Chitragupta Puja ) हिंदू धर्म में खास तौर पर कायस्थ समुदाय के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह पूजा दीपावली के दो दिन बाद, भाई दूज ( Bhai Dooj ) के दिन की जाती है। चित्रगुप्त भगवान को यमराज का सहायक और मानव के कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाला देवता माना जाता है। इस पूजा से व्यक्ति को सुख, समृद्धि, और प्रगति का आशीर्वाद मिलता है और बुद्धि में वृद्धि होती है।
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चित्रगुप्त पूजा 2024 का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष, चित्रगुप्त पूजा का आयोजन 3 नवंबर 2024 को किया जा रहा है। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07:57 से दोपहर 12:04 तक है। शुभ समय में पूजा करने से भगवान चित्रगुप्त का आशीर्वाद अधिक फलदायी माना जाता है।
कलम-किताब की पूजा का विशेष महत्व
चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर कलम (Pen), दवात (Inkpot), और बही खाता (Account Book) की पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन कलम की पूजा करने से वह सिद्ध हो जाती है और इसके जरिए दैवीय सहायता प्राप्त होती है। विशेषकर, व्यापारियों और लेखकों के लिए यह पूजा अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।
चित्रगुप्त पूजा विधि
पूजा स्थल पर भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें और मूर्ति के सामने मिठाई ,फूल (Flowers), फल अर्पित करें, साथ ही अगरबत्ती जलाएं। पूजा के दौरान कलम और डायरी (Diary) अपने पास रखें और खाली कागज पर 11 बार “श्री गणेशाय नमः”और “ॐ चित्रगुप्ताय नमः” (Om Chitragupta Namah) लिखें। पूजा समाप्ति के बाद सभी के साथ प्रसाद बांटें।
चित्रगुप्त पूजा के लाभ
चित्रगुप्त पूजा करने से परिवार में सुख और समृद्धि बढ़ती है। इस दिन भगवान चित्रगुप्त से ज्ञान और बुद्धि का आशीर्वाद मांगने से वे जीवन में सफलता और उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
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