अपने स्कूल के दिनों में आपने भी एक खेल जरूर खेला होगा. जिसमें सभी साथी गोला बनाकर खड़े हो जाते हैं. दो या तीन साथी गोले के अंदर होते हैं जिन्हें बाकी लोग बॉल से हिट करने की कोशिश करते हैं. बॉल का निशाना किस और है पर वो जाएगी किस और ये समझ नहीं आता. इस गेम को कहते हैं डोज बॉल. बस समझ लीजिए मध्यप्रदेश की सियासत वही गोला है. जहां सारे आला चेहरे जम कर खड़े हैं. और अंदर मौजूद हैं कुछ ऐसे राजनीतिक प्लेयर जो बाजी उलट पलट कर सकते हैं. इसलिए बॉल के निशाने पर है. आला चेहरे ये तय करने में जुटे हैं कि बॉल से किस खिलाड़ी को हिट करना है. बॉल से बचना है या नहीं वो अंदर मौजूद खिलाड़ी के हाथ में है. प्रदेश कांग्रेस में ये बॉल जरूर कमलनाथ के हाथ में नजर आती है. पर अंदरूनी खबरों की माने तो उसकी दिशा तय कर रहे हैं दिग्विजय सिंह. जो मुख्य सर्कल से भी अदृश्य हैं. लेकिन किसी बॉल की तरह पूरे गोले में चुपचाप घूम रहे हैं. उन प्लेयर्स को परख रहे हैं जो कांग्रेस के पाले में आए तो फायदेमंद साबित होंगे. ऐसी ही एक प्लेयर को वो अपने पाले में शामिल कर चुके हैं. ग्वालियर चंबल क्षेत्र में उनका ये अदृश्य ऑपरेशन आगे भी जारी रहने वाला है.