विदेश में पढ़ाई का सपना होगा पूरा, बजट 2025 में सरकार ने टीसीएस टैक्स पर दी बड़ी छूट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में विदेश में पढ़ने वाले छात्रों के लिए बड़ी राहत दी है। अब माता-पिता 10 लाख रुपये तक बिना ‘सोर्स पर टैक्स’ (TCS) दिए भेज सकते हैं। इससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी।
TCS Tax Relief: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। इनमें से सबसे बड़ी राहत विदेश में पढ़ने वाले छात्रों और निवेशकों को मिली है। अब माता-पिता 10 लाख रुपये तक बिना ‘सोर्स पर टैक्स’ (TCS) दिए विदेश में पढ़ाई के लिए भेज सकते हैं। पहले यह सीमा 7 लाख रुपये थी।
मध्यम वर्ग को राहत
यह घोषणा उन माता-पिता के लिए फायदेमंद होगी, जिनके बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं। अब वे सालाना 10 लाख रुपये तक की रकम बिना किसी अतिरिक्त टैक्स के भेज सकते हैं। यह सुविधा तभी मिलेगी जब पैसा किसी वित्तीय संस्थान के माध्यम से भेजा जाएगा।
TCS क्या है?
TCS यानी ‘सोर्स पर टैक्स’ (Tax Collected at Source) का मतलब है कि विदेश में पैसे भेजने से पहले बैंक या रेमिटेंस सर्विस टैक्स काट लेती है। सरकार इसे बड़े लेन-देन पर नज़र रखने और टैक्स चोरी रोकने के लिए लागू करती है।
बजट 2025 में सिर्फ छात्रों को ही नहीं, बल्कि निवेशकों और विदेश यात्रा करने वालों को भी फायदा मिलेगा। अब निवेशक लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत ग्लोबल फंड्स में अधिक निवेश कर सकते हैं।
विदेश यात्रा करने वालों को भी राहत
अब विदेश घूमने जाने वाले भारतीयों को भी फायदा मिलेगा। पहले 7 लाख रुपये से अधिक रेमिटेंस पर 20% TCS लगता था। अब यह सीमा बढ़ने से ट्रैवल एक्सपेंस में राहत मिलेगी।
बजट 2025 की अन्य बड़ी घोषणाएँ
मध्यम वर्ग के लिए टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं।
स्टार्टअप्स और MSME के लिए टैक्स में रियायत जारी रहेगी।
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए नए प्रोत्साहन।