/sootr/media/media_files/2025/06/07/maiJTTt7niY6EwBka826.jpg)
डिफेंस सेक्टर में करियर चुनना न केवल राष्ट्र सेवा का गौरव है बल्कि यह रेस्पेक्ट,स्टेबिलिटी और एडवेंचर से भी भरा होता है। भारतीय सेना, वायुसेना, नौसेना और अन्य सुरक्षा बलों में कई तरह के पद होते हैं, जिनके लिए युवा उम्मीदवारों को कई अलग-अलग परीक्षा प्रक्रियाओं से गुजरना होता है।
इसके अलावा, प्राइवेट कम्पनीज और रिसर्च इंस्टीटूट्स भी डिफेंस सेक्टर में अलग-अलग अपॉर्चुनिटी प्रोवाइड करते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको डिफेंस सेक्टर में करियर बनाने के लिए कुछ जरूरी परीक्षाओं, कॉलेजों, कोर्सेस, जरूरी स्किल्स, सैलरी और कुछ और जरूरी जानकारी पर डिटेल से चर्चा करेंगे जिससे आप अपनी राह सही दिशा में तय कर सकें।
ये खबर भी पढ़ें... सपनों को देनी है उड़ान तो ये Women Oriented Career ऑप्शन रहेंगे बेस्ट, ये रहीं डिटेल्स
🎖️✨ क्यों चुने डिफेंस सेक्टर
डिफेंस सेक्टर में करियर बनाना एक हॉनर और प्राइड की बात है। यह सिर्फ एक नौकरी नहीं है, बल्कि देश की सेवा करने का मौका है। यहां आपको डिसिप्लिन, करेज और लीडरशिप जैसे गुण सिखने को मिलते हैं।
ऐसे में यदि आप एक एक्ससिटिंग और चल्लेंजिंग करियर चाहते हैं, तो डिफेंस सेक्टर बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। यहां पर आपको समाज में सम्मान भी मिलता है।
जब आप इंडियन आर्मी, एयर फाॅर्स और नेवी में काम करते हैं, तो आपको अपने देश की रक्षा पर गर्व होता है। अगर आप अपने देश के लिए कुछ बड़ा करना चाहते हैं और साहसिक जीवन पसंद करते हैं, तो डिफेंस एक आदर्श करियर है।
📘 कौन-कौन सी परीक्षाएं होती हैं
भारत में डिफेंस में अधिकारी बनने के लिए अलग-अलग एग्जाम होते हैं। नीचे उन सभी मेजर एक्सामिनाशंस की जानकारी दी गई है:
📝 NDA (National Defence Academy)
- यह परीक्षा कक्षा 12वीं के बाद होती है।
- परीक्षा UPSC के द्वारा आयोजित होती है।
- यह परीक्षा आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में एंट्री के लिए होती है।
- तैयारी के लिए मैथ्स, इंग्लिश, जनरल नॉलेज के साथ-साथ SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट की भी तैयारी करें।
🎖️ CDS (Combined Defence Services)
- यह परीक्षा ग्रेजुएशन के बाद होती है।
- परीक्षा UPSC द्वारा साल में दो बार आयोजित होती है।
- यह परीक्षा IMA, OTA, AFA, INA में भर्ती के लिए होती है।
✈️ AFCAT (Air Force Common Admission Test)
- यह एयरफोर्स में फ्लाइंग, टेक्निकल और ग्राउंड ड्यूटी के लिए होती है।
- परीक्षा एयरफोर्स खुद आयोजित करता है।
- तैयारी के लिए लॉजिकल रीजनिंग, अंग्रेजी, जनरल अवेयरनेस और टेक्निकल नॉलेज की जरूरत होती है।
📝INET (Indian Navy Entrance Test)
- यह भारतीय नौसेना में ऑफिसर बनने के लिए है।
- ये खासतौर पर B.Tech ग्रेजुएट्स के लिए होती है।
- इसमें मैथ्स, साइंस, जनरल नॉलेज के प्रश्न होते हैं।
- इसके साथ SSB इंटरव्यू की भी तैयारी करनी होती है।
📰CAPF (Central Armed Police Forces)
- यह परीक्षा BSF, CRPF, CISF, ITBP जैसी सेनाओं के असिस्टेंट कमांडेंट पद के लिए होती है।
- परीक्षा UPSC आयोजित करता है।
- इसकी तैयारी के लिए सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी, और शारीरिक परीक्षण की तैयारी जरूरी है।
📚TA (Territorial Army)
- यह एक पार्ट-टाइम डिफेंस सेवा है जिसमें नौकरी या बिजनेस करने वाले लोग भी भाग ले सकते हैं।
- इसमें मानसिक और शारीरिक फिटनेस के साथ SSB इंटरव्यू की तैयारी की जरूरत होती है।
🧑💻SSC Tech Entry
- यह परीक्षा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए होती है।
- इसमें लिखित परीक्षा की बजाय SSB इंटरव्यू होता है।
- इसके लिए इंजीनियरिंग की गहरी समझ और शारीरिक फिटनेस की तैयारी जरूरी है।
ये खबर भी पढ़ें... Career Options After 12th: 12वीं के बाद क्या करें, कंफ्यूज हैं तो ये रहा गाइडेंस
🧠 तैयारी कैसे करें
📚 एकेडमिक प्रिपरेशन
- NCERT की किताबों से शुरुआत करें (Maths, Science, History, Polity)
- करंट अफेयर्स रोज पढ़ें
- पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्र हल करें
- NDA और CDS के लिए इंग्लिश और गणित की मजबूत पकड़ जरूरी है
🏃 SSB इंटरव्यू की तैयारी
- ग्रुप डिस्कशन, साइकोलॉजिकल टेस्ट, इंटरव्यू
- डेली रनिंग, पुशअप्स और मेडिकल फिटनेस चेकअप
- सेल्फ-कॉन्फिडेंस और लीडरशिप एबिलिटीज बढ़ाएं
🛠️ जरूरी स्किल्स
डिफेंस में केवल एजुकेशनल क्वालिफिकेशन ही नहीं, बल्कि कुछ विशेष स्किल्स भी जरूरी होती हैं जैसे,
- 🧑✈️ लीडरशिप क्वालिटी
- 🧠 मानसिक मजबूती और निर्णय क्षमता
- 🏃♂️ फिजिकल फिटनेस
- 🤝 टीम वर्क और कम्युनिकेशन स्किल
- 💻 टेक्निकल जानकारी (तकनीकी एंट्रीज के लिए)
🎓 भारत के प्रमुख डिफेंस कॉलेज और कोर्स
यहां कुछ मेजर इंस्टीटूशन्स के नाम और डिटेल दिए गए हैं:
🏛️NDA (National Defence Academy) - पुणे
- यह भारत का सबसे प्रतिष्ठित डिफेंस अकादमी है, जहां कक्षा 12वीं के बाद प्रवेश लिया जा सकता है।
- इस संस्थान में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के प्रशिक्षण के लिए प्रवेश मिलता है और इसके लिए NDA परीक्षा पास करनी होती है।
🏛️IMA (Indian Military Academy) - देहरादून
- यह संस्थान CDS परीक्षा के माध्यम से चयनित उम्मीदवारों को भारतीय सेना में कमीशन प्रदान करता है।
- IMA में दो साल का प्रशिक्षण होता है, जहां सैनिकों को सैन्य नेतृत्व, रणनीति और शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है।
🏛️OTA (Officers Training Academy) - चेन्नई
- यह कॉलेज SSC (Short Service Commission) और OTA एंट्री के तहत चयनित उम्मीदवारों को सेना में अधिकारी बनने का अवसर प्रदान करता है।
- यह 49 सप्ताह का ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जहां अधिकारियों को विभिन्न प्रकार के सैन्य कौशल और नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
🏛️Air Force Academy - तेलंगाना
- एयरफोर्स एकेडमी AFCAT (Air Force Common Admission Test) के माध्यम से प्रवेश देती है, जो एयरफोर्स के फ्लाइंग, टेक्निकल और ग्राउंड ड्यूटी विभागों में भर्ती करता है।
- यह अकादमी फ्लाइंग अधिकारियों और अन्य विशेषज्ञों को अत्याधुनिक हवाई सैन्य तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करती है।
🏛️Indian Naval Academy - केरल
- यह अकादमी INET (Indian Navy Entrance Test) के माध्यम से भारतीय नौसेना में अधिकारियों को प्रशिक्षित करती है।
- यहां उम्मीदवारों को समुद्री युद्ध, समुद्र विज्ञान, और नौसेना संचालन के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाता है।
🏛️RIMC (Rashtriya Indian Military College) - देहरादून
- यह संस्थान कक्षा 8वीं के बाद प्रवेश प्रदान करता है और NDA परीक्षा के लिए तैयारी कराता है।
- RIMC से शिक्षा प्राप्त करने के बाद, छात्र राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के लिए परीक्षा में बैठ सकते हैं और वहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
💼 डिफेंस में नौकरी के ऑप्शन
🎖️भारतीय सेना (Indian Army)
- भारतीय सेना देश की रक्षा के लिए जिम्मेदार है और यह सबसे बड़ी शाखा है।
- यहां अधिकारी और जवान विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करते हैं जैसे कि इंफेंट्री, आर्टिलरी, सिग्नल, इंजीनियरिंग आदि।
- सेना में काम करने के लिए शारीरिक फिटनेस और मानसिक रूप से तैयार होना जरूरी है।
- सैलरी: लेफ्टिनेंट की शुरुआती सैलरी लगभग 60 हजार रुपए से दो लाख रुपए प्रति माह होती है।
✈️ भारतीय वायुसेना (Indian Air Force)
- भारतीय वायुसेना का कार्य वायु सुरक्षा प्रदान करना और दुश्मन के हवाई हमलों से रक्षा करना है।
- वायुसेना में फ्लाइंग, टेक्निकल और ग्राउंड ड्यूटी जैसे विभाग होते हैं।
- यहां काम करने के लिए तकनीकी ज्ञान और उच्च शारीरिक क्षमता की आवश्यकता होती है।
- सैलरी: फ्लाइंग ऑफिसर की सैलरी लगभग 58 हजार रुपए से दो लाख रुपए प्रति माह के बीच होती है।
⚓ भारतीय नौसेना (Indian Navy)
- भारतीय नौसेना का कार्य समुद्र से संबंधित सुरक्षा और समुद्री रक्षा है।
- नौसेना में अधिकारी समुद्र पर ऑपरेशंस, युद्ध, और युद्ध उपकरणों का संचालन करते हैं।
- यहां काम करने के लिए गहरे समुद्र में समय बिताने की क्षमता और उच्च तकनीकी ज्ञान चाहिए।
- सैलरी: नाविक की सैलरी लगभग 30 हजार रुपए से एक लाख रुपए प्रति माह तक होती है।
🚔 BSF, CRPF, CISF, ITBP, Assam Rifles
- यह बल देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। BSF सीमा सुरक्षा में, CRPF नक्सलवाद विरोधी ऑपरेशंस में और ITBP हिमालयी क्षेत्र में काम करता है।
- इन बलों में काम करने के लिए विशेष रूप से सख्त शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।
- सैलरी: असिस्टेंट कमांडेंट की सैलरी लगभग 50 हजार रुपए से एक लाख रुपए प्रति माह होती है।
🔬 DRDO (Defence Research and Development Organisation)
- DRDO भारतीय रक्षा की प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए जिम्मेदार है। यह रक्षा से संबंधित उपकरण, मिसाइल सिस्टम और अन्य तकनीकी आविष्कार करता है।
- यहां काम करने के लिए विज्ञान, इंजीनियरिंग, और शोध कौशल की आवश्यकता होती है।
- सैलरी: वैज्ञानिक 'C' की सैलरी लगभग 57 हजार रुपए से 2.25 लाख रुपए प्रति माह होती है।
🛰️ ISRO (Indian Space Research Organisation)
- ISRO भारत का अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन है जो अंतरिक्ष में भारतीय मिशनों और उपग्रहों का संचालन करता है।
- यहां काम करने के लिए उच्च तकनीकी और वैज्ञानिक ज्ञान चाहिए, जैसे सैटेलाइट डिजाइन और रॉकेट साइंस।
- सैलरी: वैज्ञानिक की सैलरी लगभग 60 हजार रुपए से 2.25 लाख रुपए प्रति माह होती है।
🏭 आपको डिफेंस के कुछ प्राइवेट कम्पनीज में भी काम करने का मौका मिल सकता है। जैसे
🛩️ HAL (Hindustan Aeronautics Ltd)
- HAL भारत की प्रमुख विमान निर्माण कंपनी है, जो लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और अन्य डिफेंस इक्विपमेंट बनाती है।
- यहां इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञ विमानन तकनीक, मरम्मत और डिजाइन में काम करते हैं।
- सैलरी: लगभग 30 हजार रुपए से एक लाख रुपए प्रति माह, अनुभव के आधार पर।
💻 BEL (Bharat Electronics Ltd)
- BEL एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है, जो रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स, रडार, मिसाइल सिस्टम और संचार उपकरणों का निर्माण करती है।
- यहां इलेक्ट्रॉनिक्स और सिस्टम इंजीनियर रक्षा प्रौद्योगिकी में काम करते हैं।
- सैलरी: लगभग 25 हजार रुपए से 85 हजार रुपए प्रति माह, अनुभव पर निर्भर।
🛡️ L&T Defence, TATA Advanced Systems
- यह कंपनियां रक्षा उत्पादों के निर्माण, डिज़ाइन और आपूर्ति में काम करती हैं, जैसे आर्मर्ड व्हीकल, मिसाइल सिस्टम और युद्ध सामग्री।
- यहां कार्य करने के लिए इंजीनियरिंग और डिफेंस इंडस्ट्री के गहरे ज्ञान की जरूरत होती है।
- सैलरी: लगभग 30 हजार रुपए से एक लाख रुपए प्रति माह, वर्क एक्सपीरियंस और पद के मुताबिक।
🔒 थिंक टैंक, सिक्योरिटी एजेंसी, सिविल डिफेंस
- थिंक टैंक और सिक्योरिटी एजेंसी निजी सुरक्षा, रणनीतिक अध्ययन और काउंटर-टेररिज्म में काम करती हैं। सिविल डिफेंस का काम आपात स्थिति में बचाव कार्यों का संचालन करना है।
- इनमें सुरक्षा विश्लेषक, रणनीतिक सलाहकार और इमरजेंसी मैनेजमेंट अधिकारी के रूप में काम करने के मौके होते हैं।
- सैलरी: लगभग 25 हजार रुपए से 1.5 लाख रुपए प्रति माह, अनुभव और काम की प्रकृति के आधार पर।
📖 डिफेंस में हायर एजुकेशन
🎓 M.Tech in Defence Technology – DIAT पुणे
- क्या पढ़ाई होती है: इस कोर्स में रक्षा टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट का डिजाइन, विकास और निर्माण सिखाया जाता है।
- इसमें मिसाइल, युद्धक विमानों, रडार, और अन्य रक्षा संबंधित प्रणालियों के अध्ययन पर ध्यान दिया जाता है।
- DIAT पुणे में प्रवेश के लिए GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering) परीक्षा पास करनी होती है।
📊 MBA in Defence Management – Symbiosis/IIMs
- क्या पढ़ाई होती है: इस कोर्स में डिफेंस मैनेजमेंट, मिलिट्री स्ट्रेटेजीज, सप्लाई चैन मैनेजमेंट और डिफेंस फाइनेंसियल स्कीम्स पर ध्यान दिया जाता है।
- यह कोर्स रक्षा और निजी उद्योगों में प्रबंधन क्षमता को विकसित करता है।
- Symbiosis/IIMs में प्रवेश के लिए CAT (Common Admission Test) और संस्थान की प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है।
📖 PG Diploma in Strategic Studies – IGNOU/JNU
- क्या पढ़ाई होती है: इस कोर्स में रक्षा रणनीति, अंतरराष्ट्रीय राजनीति, सुरक्षा अध्ययन और रणनीतिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
- यह कोर्स शोध और नीति निर्माण से जुड़े व्यक्तियों के लिए आदर्श है।
- IGNOU और JNU में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा और काउंसलिंग प्रक्रिया होती है।
🎓 Ph.D. in Strategic Defence & Policy – IDSA/JNU
- क्या पढ़ाई होती है: इस कोर्स में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा नीति, और रणनीतिक अध्ययन की गहरी समझ विकसित की जाती है।
- Ph.D. का उद्देश्य रक्षा से संबंधित विषयों पर अनुसंधान और नीति निर्माण में योगदान देना है।
- JNU में प्रवेश के लिए Ph.D. प्रवेश परीक्षा (JNU Ph.D. Entrance Exam) और साक्षात्कार आवश्यक होते हैं।
🌍 Foreign Exchange Courses – UK, US, Israel Defence Colleges
- क्या पढ़ाई होती है: इन विदेशी संस्थानों में रक्षा प्रबंधन, युद्ध रणनीतियां, रक्षा विज्ञान, और अंतरराष्ट्रीय रक्षा नीतियों का अध्ययन कराया जाता है।
- इसमें विशेष ध्यान तकनीकी प्रशिक्षण और रक्षा अध्ययन के व्यावहारिक पहलुओं पर दिया जाता है।
- प्रत्येक संस्थान की अपनी प्रवेश प्रक्रिया होती है, जैसे कि GRE, TOEFL/IELTS, और अन्य जरूरत होती हैं।
🏭🛰️डिफेंस सेक्टर एक ऐसा करियर है जहां आप नेशनल सर्विस, प्रेस्टीज, जॉब सिक्योरिटी और बेटर लाइफस्टाइल पा सकते हैं। इसमें हर क्षेत्र के युवाओं के लिए मौके हैं चाहे वो टेक्निकल हो, मैनेजमेंट हो या एडमिनिस्ट्रेटिव।
ये खबर भी पढ़ें...Career in Sports : खेलकूद और गेम्स में है इंट्रेस्ट, तो स्पोर्ट्स में बना सकते हैं शानदार करियर
Career Tips: 10वीं के बाद स्ट्रीम चुनने में भूलकर भी न करें ये गलती, अपनाएं ये टिप्स
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬
👩👦👨👩👧👧
ISRO Achievements | Defense Research and Development Organization | भारतीय सेना का ऐसा जवान | भारतीय सेना भर्ती | भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती | भारतीय सेना में नौकरी