Tata Cornell Scholarship : हर युवा का सपना विदेश में पढ़ाई करने का होता है। लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर और गाइडेंस की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं। अगर आप भी विदेश में पढ़ाई करने की सोह रहे हैं तो आपके लिए टाटा एक अच्छा मौका लेकर आया है। टाटा छात्रवृत्ति भारतीय छात्रों के लिए एक विशेष कार्यक्रम चलाता है। इसका उद्देश्य योग्य छात्रों को कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह छात्रवृत्ति टाटा शिक्षा और विकास ट्रस्ट द्वारा फंडेड की जाती है।
कब हुई शुरुआत
रतन टाटा ने 2008 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय में इस छात्रवृत्ति की स्थापना की। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय छात्रों को विश्व स्तर पर शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देना था।
ये खबर भी पढ़िए...MMJKY Scholarship : छात्रों के लिए फ्री में एजुकेशन, इस योजना में करें आवेदन
टाटा छात्रवृत्ति की एलिजिबिलिटी
- भारत का नागरिक: आवेदन करने के लिए छात्रों को भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- माध्यमिक विद्यालय से शिक्षा: छात्र का भारतीय माध्यमिक विद्यालय से शिक्षा प्राप्त होना चाहिए।
- कॉर्नेल विश्वविद्यालय में प्रवेश: छात्र का कॉर्नेल विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल चुका होना चाहिए।
- वित्तीय आवश्यकता: छात्र को आवश्यकता-आधारित वित्तीय सहायता प्राप्त होनी चाहिए।
ये खबर भी पढ़िए...MP Seekho Kamao Yojana : MP में सीखने साथ कमाई का मौका, इस योजना में करें आवेदन
चयन प्रक्रिया
स्नातक कार्यक्रमों में आवेदन करने वाले छात्रों में से टाटा छात्रवृत्ति के लिए चयन किया जाता है। वास्तुकला, इंजीनियरिंग, व्यवसाय और विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है।
छात्रवृत्ति की अवधि
यह छात्रवृत्ति तब तक जारी रहती है जब तक छात्र को वित्तीय आवश्यकता रहती है। 5 वर्षीय आर्किटेक्चर कार्यक्रम के लिए कुछ विशेष नियम हैं।
ये खबर भी पढ़िए...MP मुख्यमंत्री SC/ST छात्रवृत्ति योजना: छात्रों के लिए सरकार की शानदार स्कॉलरशिप स्कीम
आवेदन कैसे करें?
कॉर्नेल विश्वविद्यालय की आधिकारिक CSS प्रोफ़ाइल होमपेज पर जाएं और अपना आवेदन भरें। इसके बाद, आवेदकों को अपने आवेदन की समीक्षा कर उसे सबमिट करना होगा।
टाटा छात्रवृत्ति का महत्व
यह छात्रवृत्ति भारतीय छात्रों के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का एक शानदार अवसर है। रतन टाटा के इस प्रयास से हजारों भारतीय छात्रों को कॉर्नेल विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का मौका मिला है।
thesootr links