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महाराष्ट्र सरकार एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यूनिवर्सिटी की स्थापना करने जा रही है। इस पहल का उद्देश्य AI के क्षेत्र में शिक्षा, रिसर्च और तकनीकी नवाचार (Technological Innovation) को बढ़ावा देना है। सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए IT विभाग और उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के सहयोग से एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया है।
इस पहल से न केवल महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश में AI के क्षेत्र में विशेषज्ञता (specialisation) और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। IT मंत्री आशीष शेलार ने बताया कि यह यूनिवर्सिटी AI रिसर्च, डेवलपमेंट और स्किल-बिल्डिंग के लिए एक अहम केंद्र बनेगी और महाराष्ट्र को एक ग्लोबल AI इनोवेशन हब बनाने में मदद करेगी।
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AI यूनिवर्सिटी की स्थापना का उद्देश्य
महाराष्ट्र सरकार की इस पहल का सबसे बड़ा उद्देश्य AI में उच्च स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह यूनिवर्सिटी AI में विशेषज्ञों की एक नई पीढ़ी तैयार करेगी, जो देश और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। इसके साथ ही, AI टेक्नोलॉजी के विकास और शोध के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म उपलब्ध होगा, जो महाराष्ट्र को इस क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान करेगा। सरकार का मानना है कि इस यूनिवर्सिटी से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, खासकर उन क्षेत्रों में जो तकनीकी विकास के मामले में पीछे हैं।
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टास्क फोर्स का गठन
महाराष्ट्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। IT मंत्री आशीष शेलार के अनुसार, यह टास्क फोर्स इस यूनिवर्सिटी की स्थापना और संचालन के लिए नीति निर्धारण, योजना बनाना और कार्यान्वयन में अहम भूमिका निभाएगी।
यह टास्क फोर्स AI यूनिवर्सिटी की रूपरेखा तैयार करने से लेकर सिलेबस डिजाइन, शोध और विकास के कार्यों के संचालन तक सभी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसके अतिरिक्त, यह टास्क फोर्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर AI से संबंधित संस्थाओं के साथ साझेदारी करने के लिए भी काम करेगा।
AI रिसर्च और डेवलपमेंट में भूमिका
महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि इस यूनिवर्सिटी का एक प्रमुख उद्देश्य AI के क्षेत्र में शोध और विकास को प्रोत्साहित करना है। इसमें AI तकनीकों के नए आयामों को विकसित करने के लिए शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए एक विशेष माहौल तैयार किया जाएगा।
यह रिसर्च न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के लिए लाभकारी होगी, क्योंकि इससे AI में नई प्रौद्योगिकियों का विकास और इसके अनुप्रयोगों में नवाचार संभव हो सकेगा। साथ ही, सरकार इस पहल के माध्यम से वैश्विक AI शोध और नवाचार केंद्र के रूप में महाराष्ट्र को स्थापित करना चाहती है।
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स्किल-बिल्डिंग और शिक्षा में सुधार
AI यूनिवर्सिटी का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य है, तकनीकी शिक्षा में सुधार और स्किल-बिल्डिंग पर जोर देना। यह यूनिवर्सिटी AI और संबंधित क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के अवसरों का विस्तार करेगी, जिससे छात्रों को नई तकनीकों और उनके अनुप्रयोगों के बारे में गहरी समझ मिलेगी। इसके अलावा, यूनिवर्सिटी उद्योगों और कंपनियों के साथ साझेदारी करके छात्रों को प्रैक्टिकल अनुभव और औद्योगिक प्रशिक्षण भी प्रदान करेगी। यह कदम छात्रों को AI के क्षेत्र में विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
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महाराष्ट्र को AI नवाचार का केंद्र बनाना
बता दें कि, आशीष शेलार ने यह भी कहा कि इस पहल का सबसे बड़ा उद्देश्य महाराष्ट्र को AI नवाचार का केंद्र बनाना है। महाराष्ट्र सरकार की योजना है कि AI के क्षेत्र में किए गए अनुसंधान और विकास को राज्य के उद्योगों और व्यवसायों में लागू किया जाए। इससे न केवल महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य में AI आधारित स्टार्टअप्स और नई कंपनियों की संख्या में भी इजाफा होगा। इस तरह से, महाराष्ट्र AI के क्षेत्र में ग्लोबल स्तर पर एक अग्रणी स्थान पर पहुंचेगा।
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